Wednesday, 8 April 2015

मुंबई में स्वाईन फ्ल्यू से 5 वर्ष में 61 मरीजों की मौत

मुंबई शहर में स्वाईन फ्ल्यू इस बीमारी पर नियंत्रण एवमं प्रतिबंध के लिए मनपा का प्रयास सुरु होने के दौरान स्वाईन फ्ल्यू से गत 5 वर्ष में 61 मरीजों की मौत होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने दी है जिसमें मुंबई के बाहरी इलाकों से आए 20 मरीजों का इसमें समावेश है।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मनपा प्रशासन से मुंबई मनपा की हद में स्वाईन फ्ल्यू इस बीमारी की जानकारी मांगी थी। मनपा के संसर्गजन्य विभाग की उप कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी ने अनिल गलगली को बताया कि वर्ष 2010 से 2014 तक 1301 ये मरीजों की संख्या थी और उसमें से 33 मरीजों की मौत हुई हैं। वर्ष 2015 के 15 मार्च तक मुंबई के 1150 में से 450 मरीज इलाज के लिए दाखिल हुए और उसमें से 8 मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा मुंबई के बाहरी हिस्सों से 149 में से 131 मरीज इलाज के लिए दाखिल हुए। इसमें से 20 मरीजों की मौत हुई हैं। वर्ष 2010 की तुलना में वर्ष 2015 का प्रथम 3 महीने में मौत की बढ़ती हुई संख्या चिंताजनक हैं। मुंबई के 8 और मुंबई के बाहर वाले 20 ऐसे कुल 28 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी हैं।स्वाईन फ्ल्यू इस बीमारी कि गंभीरता को ध्यान में रखकर सरकार और मनपा बड़े पैमाने पर स्वतंत्र फंड उपलब्ध करने की मांग अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मनपा आयुक्त सीताराम कुंटे को लिखे हुए पत्र में की हैं।

     # स्वतंत्र फंड नही

स्वाईन फ्ल्यू इस बीमारी पर नियंत्रण और प्रतिबंधक उपाययोजना करने के लिए केंद्र, राज्य और मनपा ने दिए हुए फंड की जानकारी मांगने पर अनिल गलगली को बताया गया कि इसको लेकर संसर्गजन्य नियंत्रण कक्ष के पास स्वतंत्र फंड उपलब्ध नही कराया गया है। इस बीमारी क्व इलाज की सुविधा मनपा के सभी अस्पताल में है और अस्पतालों में 'ओसेलटमीवीर' ये दवा जो स्वाईन फ्ल्यू की रोकथाम में कारगर मानी जाती है, उसकी पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। स्वाईन फ्ल्यू के निदान की सुविधा कस्तुरबा स्थित पीसीआर प्रयोगशाळा, हाफकिंन प्रयोगशाळा एवमं कुछ निजी प्रयोगशाळा में उपलब्ध है। जनजागरण शुरु है और हेल्पलाइन 24114000 कार्यान्वित है।

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