Tuesday 27 July 2021

आमदार पराग शाह, रईस शेख, दिलीप लांडे घेत आहेत नगरसेवक पदाचे सुद्धा मानधन

बृहन्मुंबई महानगरपालिका प्रशासनात नगरसेवक असलेल्या लोकप्रतिनिधी यांनी आमदार व खासदार बनल्यानंतर एकाच सभागृहाचे मानधन घेणे नैतिकदृष्ट्या अपेक्षित आहे परंतु आमदार बनलेल्या पराग शाह, रईस शेख, दिलीप लांडे हे नगरसेवक पालिकेचे मानधन सुद्धा घेत असल्याची माहिती आरटीआय कार्यकर्ते अनिल गलगली यांस चिटणीस खात्याने दिली आहे.

आरटीआय कार्यकर्ते अनिल गलगली यांस चिटणीस खात्याकडे माहिती मागितली होती की सद्यस्थितीत जे नगरसेवक आमदार आणि खासदार झाले आहे त्याची माहिती देताना नाव, वेतन व भत्ता अशी एकूण रक्कम घेत नसल्यास त्याची माहिती देण्यात यावी. चिटणीस खात्याने अनिल गलगली यांस कळविले की खासदार मनोज कोटक आणि आमदार रमेश कोरगावकर मानधन घेत नाहीत. तर आमदार रईस शेख, पराग शहा आणि दिलीप लांडे यांस दरमहा रु. 25,000/-  मानधनासाठी  आणि महापालिकेच्या प्रत्येक सभेकरिता रु. 150/- भत्त्यासाठी अश्या केवळ चार सभांकरिता दिले जाते.

अनिल गलगली यांच्या मते राजकीय पक्षाने जे नगरसेवक आमदार आणि खासदार बनले आहे त्या ठिकाणी राजीनामे घेणे आवश्यक होते पण दुर्दैवाने कोठल्याही राजकीय पक्षाने निर्णय घेतला नाही. अश्या परिस्थितीत कमीत कमी मानधन न घेण्याची सूचना करणे आवश्यक होते.

विधायक पराग शाह, रईस शेख, दिलीप लांडे नगरसेवक पद के मानदेय ले रहे हैं

नैतिक रूप से यह अपेक्षा की जाती है कि जो प्रतिनिधि बीएमसी प्रशासन में नगरसेवक हैं वे विधायक और सांसद बनने के बाद उसी सदन के मानदेय नहीं ले। हालांकि विधायक बने पराग शाह, रईस शेख और दिलीप लांडे नगरसेवकों का भी मानदेय भी ले रहे  है, यह जानकारी मनपा सचिव विभाग की ओर से आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को दी गई है. 

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मनपा सचिव कार्यालय से जानकारी मांगी थी कि वर्तमान में विधायक और सांसद बन चुके नगरसेवक का नाम, वेतन और भत्ते का खुलासा किया जाए, अगर वह कुल राशि नहीं ले रहे हैं। मनपा सचिव ने अनिल गलगली को बताया कि सांसद मनोज कोटक व विधायक रमेश कोरगांवकर मानदेय नहीं ले रहे हैं. विधायक रईस शेख, पराग शाह और दिलीप लांडे 25000/- मानदेय एवं ऐसी चार बैठकों के लिए 150/- भत्ता आज भी ले रहे हैं।

अनिल गलगली के मुताबिक, जहां नगरसेवक विधायक और सांसद बने हैं, राजनीतिक दल को उनके नगरसेवक से उस सीट से इस्तीफा लेना चाहिए था लेकिन दुर्भाग्य से किसी भी राजनीतिक दल ने फैसला नहीं लिया है। ऐसे में न्यूनतम मानदेय न लेने का निर्देश देना जरूरी है।

MLA Parag Shah, Raees Sheikh, Dilip Lande are also taking honorarium for the post of corporator

MLA Parag Shah, Raees Sheikh, Dilip Lande are also taking honorarium for the post of corporator

It is morally expected that the people's representatives who are corporators in the BMC administration should not take the honorarium after becoming MLAs and MPs. However, Parag Shah, Raees Sheikh and Dilip Lande, who have become MLAs, are receiving honorarium from the corporation, the RTI activist Anil Galgali has been informed by the secretary's department.

Anil Galgali, an RTI activist, had sought information from the secretary's department that the name, salary and allowance of the corporator who has become an MLA and MP should be disclosed if he is not taking the total amount. The Bmc secretary informed Anil Galgali that MP Manoj Kotak and MLA Ramesh Korgaonkar were not taking honorarium. MLAs Raees Sheikh, Parag Shah and Dilip Lande earn Rs. 25,000 / - for honorarium and Rs. 150 / - is given for allowance only for four such meetings.

According to Anil Galgali, the political party was required to resign in the place where the corporator has become MLA and MP. But unfortunately no political party has taken a decision. In such a case it was necessary to instruct not to take minimum honorarium.