Saturday 29 April 2023

उप्र के मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र को डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने किया सम्मानित

उप्र के मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र को डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने किया सम्मानित


✓ आगे बढ़ने के लिए चुनौती स्वीकारें ः श्री दुर्गाशंकर मिश्र

✓ ज्ञान विज्ञान की धारा बहाने वाला है देवभूमि ः डॉ चिन्मय पण्ड्या

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि हरेक व्यक्ति, समाज, व राष्ट्र को सफल होने के लिए चुनौती स्वीकार करना पड़ेगा। जिस तरह विद्यार्थी पढ़ाई की चुनौती स्वीकार करता है, तो उन्हें अनेक उपाधियाँ प्राप्त होती है। इसी तरह डॉक्टर्स, वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी चुनौती स्वीकारते हैं, तभी वह अपने दायित्वों को पूरा कर पाते हैं। सफल हो पाते हैं।  

वे देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में भारतीय परंपरा के अनुरूप प्रशासनिक व्यवस्था विषय पर आयोजित व्याख्यान माला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से अब तक प्रशासन एवं सरकारें जितनी सफलताएँ पाई हैं, उनमें चुनौतियाँ ही रही हैं। स्वच्छ भारत हो, राष्ट्र को सभ्य एवं विकसित करने के अभियान हो, सभी में अपनी-अपनी तरह की चुनौतियाँ थी, उन चुनौतियों को संकल्प शक्ति से सफलता में परिवर्तित किये। मुख्य सचिव श्री मिश्र ने कहा कि भगवान श्रीराम, लीला पुरुष श्रीकृष्ण, बुद्ध, महावीर आदि भी चुनौतियों को स्वीकारते हुए सफल हुए। युगऋषि पं श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने अपने समय की कठिनाइयों को भेदते हुए युग निर्माण अभियान को गति दिया और आज कई देशों में इसकी गुंज सुनाई देती है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति के अनुरूप प्रशासनिक व्यवस्था से ही भारत विश्व को नेतृत्व दे पायेगा, जो इस दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह अमृत काल है और इस समय सभी को अपनी क्षमता, प्रतिभा समाज, राष्ट्र के विकास में अवश्य लगाना चाहिए।

इससे पूर्व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि भारत की भूमि में ऐसे अनेक संत हुए हैं, जिन्होंने देश और विदेश में भारतीय संस्कृति को पहुंचाया है। अध्यात्म के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नोबेल पुरस्कार के समकक्ष टेम्पल्टन पुरस्कार की ज्यूरी के मेंबर डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने प्राचीनकाल से लेकर अब तक भारतीय परंपरा में समाज में स्थापित प्रशासनिक व्यवस्था पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने  मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र जी को युग साहित्य, स्मृति चिह्न एवं गायत्री मंत्र उपवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया।

इससे पूर्व मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने वीर शहीदों के स्मारक में बने शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके शहादत को नमन किया। साथ ही उन्होंने प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की राज्य के विकास की प्रार्थना की। इस अवसर पर शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्ता शिवप्रसाद मिश्र, डॉ ओपी शर्मा, कुलसचिव बलदाऊ देवांगन सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

व्याख्यान माला के बाद मुख्य सचिव शांतिकुंज पहुंचे और 1926 से सतत प्रज्वलित सिद्ध अखण्ड दीप का दर्शन किया। पश्चात उन्होंने युगऋषिद्वय के पावन समाधि में पुष्पांजलि अर्पित की।

Wednesday 26 April 2023

सिडकोची अंशत: पारदर्शकता

सिडकोची अंशत: पारदर्शकता

फाईलची स्थिती पोर्टलवर ऑनलाइन करणे आवश्यक

प्रकल्प बाधित व्यक्तींची माहिती संकेतस्थळावर अपलोड करण्याची मागणी करणारे आरटीआय कार्यकर्ते अनिल गलगली यांच्या पाठपुराव्यामुळे सिडको ने अंशत माहिती अपलोड केली आहे. खरे पाहिले तर फाईलची स्थिती पोर्टलवर ऑनलाइन केल्यास ख-या अर्थाने सिडको पारदर्शक होईल.

दिनांक 16 फेब्रुवारी 2023 रोजी आरटीआय कार्यकर्ते अनिल गलगली यांनी सिडकोकडे अर्ज करत सिडको अंतर्गत प्रकल्पग्रस्त शेतकरी यांस देण्यात आलेल्या भूखंडांची माहिती आणि आणि प्रतीक्षा यादीची मागितली होती. सिडकोचे सहाय्यक विकास अधिकारी श्रीकांत पावसकर यांनी संचिका क्रमांक आणि गाव याबाबत माहिती देत संचिका तपासणी करण्याचे पत्र गलगली यांस पाठविले होते. या बाबतीत अनिल गलगली यांनी सिडकोचे व्यवस्थापकीय संचालक डॉ संजय मुखर्जी यांस पत्र पाठविले होते. यानंतर सिडकोने नुकतेच पात्रता यादी, संचिका क्रमांक, गाव आणि बांधकाम निहायतपशील तसेच वाटपपत्र आणि करारनामाची तारीख संकेतस्थळावर उपलब्ध केली आहे.

याबाबत अनिल गलगली म्हणतात की जमीन वाटप जमिनीचा निवाडा होईपर्यंत, फाईलची स्थिती पोर्टलवर प्रदर्शित करावी. वाटप प्रक्रियेत पारदर्शकता राखली गेली पाहिजे आणि पोर्टलवर स्थिती प्रदर्शित केली जावी. संबंधित फाइलसाठी पोर्टलवर टिप्पणी आणि त्रुटी, सद्य कायदेशीर स्थिती नमूद करावी. सद्याची उपलब्ध माहिती म्हणजे तोंडाला पाने पुसली आहेत आणि आजही सिडको प्रशासन आणि येथील अधिकारी पारदर्शक कामकाजासाठी तयार नाहीत, असे गलगली यांनी नमुद केली आहे.


Sunday 9 April 2023

उर्स शहीद-ए-राहे मदीना आयोजित

काइद-ए-कौमे मिल्लत, पीर-ए-तारीकत अल्लामा शाह सय्यद अनवर अशरफ उर्फ मुसन्ना मियां की याद में 20वां सालाना उर्स शहीद-ए-राहे मदीना हर वर्ष आयोजित किया जाता है। 

इस बार उर्स के मौके पर सांसद संजय सिंह, पूर्व सांसद मिलिंद देवरा, मुंबई काँग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप, पूर्व मंत्री असलम शेख, शिवसेना विधायक सचिन अहिर, अमीन पटेल, जीशान सिद्दीकी, यशवंत जाधव, बाला नांदगांवकर, कृपाशंकर सिंह, बाबा सिद्दिकी, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, एड रिजवान मर्चेंट, सईद नूरी, युसुफ अब्राहनी, वारिस पठान, सिराजउद्दीन कुरेशी, सुहैल खंडवानी, राहुल कनाल, जाकिर अहमद, कप्तान मलिक, हाजी अराफत शेख, दिनेश ठक्कर, मनोज नाथानी, आदित्य दुबे आदि उपस्थित थे। मुंबई पुलिस के विशेष आयुक्त देवेन भारती, कानून व व्यवस्था सत्यनारायण चौधरी उपस्थित थे। हजरत मोईन मियां हमेशा कहते थे कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं ।

मौलाना सय्यद मोईनुद्दीन अशरफ के मार्गदर्शन में पिछले 20 वर्षों से ग्रँटरोड के बिलाल मस्जिद स्थित ईदगाह मैदान में यह उर्स शहीद-ए-राहे मदीना आयोजित किया जाता हैं। हर क्षेत्र से जुड़े सामाजिक सरोकार रखनेवाले मान्यवर न सिर्फ शामिल होते हैं बल्कि हजरत मोईन मियां द्वारा नशाखोरी के खिलाफ अभियान का हिस्सा बन जाते हैं।


इस उर्स की खासियत यह हैं कि हिंदुस्तान के कोने कोने से सूफी संत शामिल होते हैं। महाराष्ट्र के तमाम राजनीतिक दल के नेता भी शिरकत करते हैं। मस्जिदों के इमाम और दरगाह के उत्तराधिकारी विशेष तौर पर सम्मिलित होते हैं। महाराष्ट्र पुलिस के तमाम आला अफसर उर्स में उपस्थिति दर्ज कराते हैं।

Tuesday 4 April 2023

सेवानिवृत्त सहायक पोलीस आयुक्त अविनाश धर्माधिकारी यांचा जाहीर सत्कार

विलेपार्ले येथील लोकमान्य सेवा संघात मुंबई पोलीस दलाचे सेवानिवृत्त सहायक पोलीस आयुक्त अविनाश धर्माधिकारी यांचा जाहीर सत्कार सोहळा संपन्न झाला. सकाळचे सहयोगी संपादक अंकित काणे यांनी अविनाश धर्माधिकारी यांची यादगार मुलाखत घेत विविध पैलूवर प्रकाश टाकला.

यावेळी सनदी अधिकारी अजित जोशी यांच्या हस्ते सत्कार अविनाश धर्माधिकारी यांचा सत्कार करण्यात आला. यावेळी आमदार पराग अळवणी, ज्येष्ठ अभिनेते प्रदिप वेलणकर, अनुजा अविनाश धर्माधिकारी, अनिल गलगली तसेच लोकमान्य सेवा संघाचे पदाधिकार मुकुंद मनोहर चितळे, उदय तारदाळकर, महेश काळे, डॉक्टर रश्मी फडणवीस आणि अन्य मान्यवर उपस्थित होते. सूत्र संचालन विनीत गोरे यांनी केले. अविनाश धर्माधिकारी यांनी मनोगत व्यक्त करत प्रतिपादन केले की समाजासाठी आणि देशासाठी काही तरी करायाचे आहे या भावनेने काम करत राहणार.

सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त अविनाश धर्माधिकारी का सार्वजनिक अभिनंदन

मुंबई  पुलिस दल के सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त अविनाश धर्माधिकारी का सार्वजनिक अभिनंदन समारोह विलेपार्ले में लोकमान्य सेवा संघ में आयोजित किया गया। सकाल के एसोसिएट एडिटर अंकित काने ने अविनाश धर्माधिकारी का यादगार साक्षात्कार लिया और विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

इस मौके पर अविनाश धर्माधिकारी को आईएएस अजीत जोशी ने सम्मानित किया। इस मौके पर विधायक पराग अलवनी, वरिष्ठ फिल्म अभिनेता प्रदीप वेलनकर, अनुजा अविनाश धर्माधिकारी, अनिल गलगली सहित लोकमान्य सेवा संघ के पदाधिकारी मुकुंद मनोहर चितले, उदय तारदालकर,महेश काले, डॉक्टर रश्मि फडणवीस सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

सूत्रसंचालन विनीत गोरे ने किया। अविनाश धर्माधिकारी ने आभार मानते हुए कहा कि वह इस भावना के साथ काम करना जारी रखेंगे कि उन्हें समाज और देश के लिए कुछ करना है।

Public felicitation of Retired ACP Avinash Dharmadhikari

Public felicitation of Retired ACP Avinash Dharmadhikari

A public felicitation ceremony of retired Assistant Commissioner of Police Avinash Dharmadhikari of Mumbai Police Force was held at Lokmanya Seva Sangh in Vileparle. Sakal Associate Editor Ankit Kane conducted a memorable interview with Avinash Dharmadhikari and shed light on various aspects.

On this occasion Avinash Dharmadhikari was felicitated by IAS Officer Ajit Joshi. On this occasion, MLA Parag Alwani, Senior Actor Pradip Velankar, Anuja Avinash Dharmadhikari, Anil Galgali and office bearers of Lokmanya Seva Sangh Mukund Manohar Chitale, Uday Tardalkar, Mahesh Kale, Dr Rashmi Fadnavis and other dignitaries were present.

Vineet Gore handled the program. Avinash Dharmadhikari expressed his enthusiasm and asserted that he will continue to work with the feeling that he has to do something for the society and the country.

Monday 3 April 2023

मुंबई में आज से नहीं मिलेंगे स्टॅम्प, विक्रेताओं ने अनिश्चितकालीन बंद शुरु कर दिया

मुंबई में स्टॅम्प विक्रेता अतिरिक्त स्टॅम्प नियंत्रक मुंबई के अन्यायपूर्ण एवं अवैध कार्यालय आदेश का विरोध कर अनिश्चितकालीन बंद शुरु कर दिया है। नए आदेश में स्टॅम्प प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को शारीरिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता अवैध है और अब स्टॅम्प प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को स्टॅम्प विक्रेता के पास जाना होगा। यह आदेश मुंबई तक सीमित है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने इस मामले को लेकर सरकार से शिकायत की है। आंदोलन के चलते अब मुंबई में स्टॅम्प मिलना असंभव होगा।


स्टॅम्प डीलर्स यूनियन, मुंबई के अध्यक्ष अशोक आर कदम ने जानकारी दी है कि वर्ष 1982 से लाइसेंस जारी होने के बाद से कार्यालय में निर्देशानुसार यही प्रक्रिया अपनाई जा रही थी. आज भी उसी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। स्टॅम्प व्यवसायी द्वारा खण्ड 8 में निर्धारित नियमों के अनुसार स्टॅम्प व्यवसायी के हस्ताक्षर अथवा अंगूठा लिया जायेगा। लेकिन अधिकारियों ने जानबूझकर ऐसे आदेश जारी किए हैं जिससे मुंबई में लाइसेंस धारकों को परेशानी हुई है और स्टॅम्प लेने जाने वाले नागरिकों को भी। इस नए आदेश के कारण कल आम नागरिकों, वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, मंत्री महोदय या अन्य किसी बड़े व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जाकर मुहर लगवानी होगी।

एक मामले में राज्य सरकार द्वारा मुंबई हाईकोर्ट में दायर हलफनामे में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि वर्तमान नियम के प्रावधानों के तहत स्टॅम्प खरीदने वाला व्यक्ति या संस्था किसी अन्य के माध्यम से अपना स्टॅम्प खरीद सकता है। अब कार्यालय आदेश में विसंगति है। अनिल गलगली का कहना है कि उक्त कार्यालय आदेश में जो बातें प्रस्तुत की गई हैं, वे लाइसेंस धारक के कार्य में विसंगतियां हैं और इस कार्यालय आदेश को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

आजपासून मुंबईत मुद्रांक मिळणार नाही, विक्रेते यांनी सुरु केले बेमुदत बंद

मुंबई पुरते मर्यादित अपर मुद्रांक नियंत्रक, मुंबई यांचे अन्याय कारक आणि नियमबाह्य कार्यालयीन आदेश विरोधात मुंबईतील मुद्रांक विक्रेते बेमुदत आंदोलन सुरु केले आहे. मुद्रांक घेण्यासाठी व्यक्तीस प्रत्यक्ष उपस्थित राहण्याचा नवीन आदेश बेकायदा असून यामुळे आता मुद्रांक घेण्यासाठी व्यक्तीस प्रत्यक्ष मुद्रांक विक्रेतेकडे जावे लागेल. याबाबत आरटीआय कार्यकर्ते अनिल गलगली यांनी सुद्धा शासनाकडे तक्रार दाखल केली आहे. आंदोलन झाल्यामुळे आता मुंबईत मुद्रांक मिळणे अशक्य झाले आहे.


मुद्रांक विक्रेते संघ, मुंबईचे अध्यक्ष अशोक आर कदम यांचे म्हणणे आहे की वर्ष 1982 पासुन परवाना देण्यात आल्यापासुन जी पद्धत कार्यालयात निर्देशानुसार चालु होती, तीच परवानाधारकाना अंमलबजावणी करत असुन आणि तीच पध्दत आजही चालु आहे. खंड 8 मध्ये देण्यात आलेल्या नियमानुसारच मुद्रांक विक्रेते प्रतिनिधीचे सही किंवा अंगठा घेतात. परंतु अधिकारी वर्गानी जाणूनबुजून असे आदेश जारी केले आहेत ज्यामुळे मुंबईतील परवानाधारकाना अडचणीत आहेत आणि मुद्रांक घेण्यासाठी जाणारे नागरिक सुध्दा. या नवीन आदेशामुळे उद्या सामान्य नागरिक, ज्येष्ठ नागरिक, विद्यार्थी सरसकट मंत्री महोदय किंवा अन्य बड्या व्यक्तीस प्रत्यक्ष जाऊन मुद्रांक घ्यावे लागेल.

राज्य सरकारने एका प्रकरणात दाखल केलेल्या प्रतिज्ञा पत्रात स्पष्टपणे सांगितले होते कि सद्याच्या नियमाच्या तरतुदीनुसार मुद्रांक खरेदी करणारी व्यक्ति किंवा संस्था आपले मुद्रांक दुस-यामार्फत खरेदी करु शकतात. आता कार्यालयीन आदेशात विसंगती आहे.  सदर कार्यालयीन आदेशात ज्या गोष्टी मांडण्यात आलेल्या आहेत, त्या परवानाधारकाच्या कामाबद्दल विसंगती असुन हे कार्यालयीन आदेश चुकीच्या पध्दतीने मांडण्यात आलेले आहे, असे अनिल गलगली यांचे म्हणणे आहे.

Stamps will not be available in Mumbai from today

Stamps will not be available in Mumbai from today 

Vendors initiated indefinite closure


Stamp sellers in Mumbai are started protesting and initiated indefinite closure against the injustice and illegal office orders of the Additional Controller of Stamps, Mumbai, limited to Mumbai. The new order requiring a person to be physically present to get a stamp paper is illegal and now a person has to go to a stamp vendor to get a stamp. RTI activist Anil Galgali has filed a complaint with the government. In case of agitation, it will be impossible to get stamps in Mumbai.

Ashok R Kadam, President, Stamp Dealers' Union, Mumbai said  that since the year 1982, since the license was issued, the same procedure was being followed in the office as per the instructions, and the same procedure is being followed even today. The signature or thumb of the stamp dealer shall be taken by the stamp dealer as per the rules laid down in Clause 8. But the authorities have deliberately issued such orders which have put the license holders in Mumbai in trouble and also the citizens going to get stamps. Due to this new order tomorrow common citizens, senior citizens, students, minister or any other big person will have to go and get stamp in person.

In the affidavit filed by the State Government in one of the case in Mumbai High Court,  it was clearly stated that under the provisions of the present rule a person or institution purchasing stamps can purchase its stamps through another. Now there is a discrepancy in the office order. Anil Galgali says that the things that have been presented in the said office order are inconsistencies about the work of the license holder and this office order has been presented in a wrong manner.