Wednesday 19 December 2018

मनपा मुख्यालय की मरम्मत और नवीनीकरण पर पूरे 120 करोड़ हुए खर्च

देश में अपनी अमीरी को लेकर विख्यात ऐसे मुंबई महानगरपालिका प्रशासन के पास बेशुमार धन हैं और खर्च भी होगा, इसमें संदेह नहीं हैं।  मुंबई महानगरपालिका का मुख्यालय की मरम्मत और नवीनीकरण पर पूरे 120 करोड़ खर्च होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मुंबई महानगरपालिका प्रशासन ने दी हैं। 4 अलग अलग ठेका बहाल करते हुए मुंबई महानगरपालिका प्रशासन ने पानी की तरह पैसा खर्च किया हैं।

मुंबई महानगरपालिका मुख्यालय में हमेशा मरम्मत और नवीनीकरण होता आ रहा हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई महानगरपालिका प्रशासन से विभिन्न विविध विकास काम की जानकारी मांगी थी। मुंबई महानगरपालिका के इमारत निर्माण विभाग ने बताया कि वर्ष 2008 से वर्ष 2012 इन 5 वर्ष के दौरान महापालिका का मुख्यालय की मरम्मत और नवीनीकरण पर 120 करोड़ 61 लाख 41 हजार 932 रुपये खर्च किया गया हैं। इसमें से 111 करोड़ 73 लाख 82 हजार 561 रुपये यह मेसर्स कॅन्स्ट्कॅशन टेक्निक, मेसर्स ग्लास सेन्सेशन, मेसर्स स्कायवे इन्फ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड आणि मेसर्स शानदार इंटिरिअर प्राइवेट लिमिटेड इन 4 ठेकेदारों को अदा किया गया। इसमें  8 करोड़  87 लाख 59 हजार 370 रुपये यह ठेकेदारों को देना शेष हैं।

मुख्य इमारत के प्रथम चरण के काम के लिए मेसर्स आभा नारायण लांबा असोसिएटस, मेसर्स एस जे के आर्किटेक्टस और मेसर्स शशी प्रभू एड असोसिएटस इनके संयुक्त उपक्रम तैयार किये गए काम की सूची में पत्थर की दीवारों की पुर्नस्थापना, पैसेज, सीढ़ियों का जतन एवं मजबूतीकरण, छत की मरम्मत का शुमार था। यह काम मेसर्स कॅन्स्ट्कॅशन टेक्निक इस ठेकेदार को 7 करोड़ 31 लाख 17 हजार 805 रुपये इतनी रकम को मई 2008 में दिया गया।

मुंबई महानगरपालिका मुख्यालय स्थित मुख्य इमारत की रंगीन काचों की पुर्नस्थापना करने का काम अगस्त 2010 में मंजूर करते हुए मेसर्स ग्लास सेन्सेशन इस ठेकेदार को 82 लाख 52 हजार 909 रुपये में दिया गया। अक्टूबर 2011 को मेसर्स शानदार इंटिरिअर प्राइवेट लिमिटेड इस ठेकेदार को  68.77 करोड़ रुपये दिये गये। मुंबई महानगरपालिका मुख्यालय स्थित विस्तारित इमारत का नवीनीकरण काम का इसमें शुमार हैं। वहीं मुंबई महानगरपालिका मुख्यालय स्थित मुख्य इमारत का नवीनीकरण काम पर 43 करोड़ 70 लाख 71 हजार 218 रुपये का ठेका मेसर्स स्कायवे इन्फ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड इस ठेकेदार को जून 2012 में दिया गया। इसके अलावा सलाहकार और आर्किटेक्ट को दिये गये पैसों की जानकारी गुलदस्ते में हैं।

अनिल गलगली के अनुसार नवीनीकरण और मरम्मत जरुरी हैं लेकिन नवीनीकरण और मरम्मत पर 120 करोड़ जिस लिहाज से खर्च किये गये हैं वह अधिक हैं। इससे कम किंमत में नवीनीकरण और मरम्मत का काम किया जा सकता था। अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र भेजकर 120 करोड़ का आंकड़ा दिखाकर जो काम किये गये हैं उन कामों की जांच करने की मांग की हैं क्योंकि आंकड़े बढ़ा चढ़ाकर दिखाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता हैं।


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