Monday, 2 November 2015

मरीन ड्राइव की क्वीन नेकलेस एलईडी लैंप का मेंटेनेंस कौन करेगा- बेस्ट प्रशासन

मरीन ड्राइव की क्वीन नेकलेस एलईडी लैंप बिठाने को लेकर हुआ विवाद न्यायालय तक पहुंचा और नीले के बजाय पीले लैंप बिठाने का भले ही शुरु है लेकिन इन एलईडी लैंप का मेंटेनेंस कौन करेगा? इसको लेकर बेस्ट प्रशासन ने किए हुए पत्र को जबाब देने के बजाय मनपा प्रशासन द्वारा मौन रखने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को उपलब्ध हुए दस्तावेजों से सामने आ रही हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बेस्ट प्रशासन को मरीन ड्राइव के क्वीन नेकलेस एलईडी लैंप को लेकर जानकारी मांगते हुए बेस्ट प्रशासन को प्राप्त हुए पत्रव्यवहार के दस्तावेज मांगे थे। बेस्ट के विभागीय अभियंता ( मार्गप्रकाश बांधणी) ने अनिल गलगली को बताया कि 644 लैंप निकाले गए थे जो कैनरा,बजाज, कॉम्पटन व फिक्सोलाईट इन कंपनियों के लैंप थे। हर एक लैंप की किंमत रु 5000/ थी और नए लैंप किस कंपनी के हैं? इसकी जानकारी बेस्ट प्रशासन को नहीं हैं। अनिल गलगली को बेस्ट और मनपा प्रशासन के बीच हुए पत्रव्यवहार अंतर्गत जो दस्तावेज दिए गए हैं उनमें बेस्ट के महाप्रबंधक डॉ जगदीश पाटील द्वारा उपस्थित किए गए सवालों का जबाब देने से मनपा आयुक्त और नोडल अधिकारी टालमटोल करने की बात सामने आ रही हैं। दिनांक 5 मई 2015 को बेस्ट के महाप्रबंधक डॉ जगदीश पाटील ने मनपा आयुक्त अजोय मेहता को भेजे हुए 2 पन्ने वाले पत्र में मरीन ड्राइव स्थित क्वीन नेकलेस एलईडी लैंप का मेंटेनेंस कौन करेगा? ऐसा सवाल प्रश्न उपस्थित किया था। मुंबई में एलईडी लैंप की योजना लागू करने की प्रक्रिया और पद्धत परिभाषित न करने पर ऐतराज जताया। मेसर्स ईईएसएल ने 7 वर्ष बिजली की बचत करने के लिए उनके काम में सातत्य रखने की बात को भले ही प्रस्तावित किया हो लेकिन केबल, पोल्स और ब्रैकेट्स आदी का मेंटेनेंस अब भी बेस्ट के पास हैं। भविष्य में गलतफहमी, अफरातफरी और देरी को टालने के साथ जिम्मेदारी को शेयर करने के लिए स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम के लिए एक ही शिकायत को लेना अच्छा होगा और उसके लिए मेंटेनेंस की प्रक्रिया को स्पष्टता से परिभाषित करना जरुरी है, ऐसा अपना मत बेस्ट के महाप्रबंधक डॉ जगदीश पाटील ने आखिर में अपने पत्र में रखा था। नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त अतिरिक्त मनपा आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास को भी दिनांक 15 जून 2015 को पाटील ने पत्र भेजकर विभिन्न समस्याओं की जानकारी देते हुए भविष्य की योजना और एलईडी योजना के रोडमैप की जानकारी मांगी थी। लेकिन मनपा से बेस्ट को किसी भी तरह का प्रतिसाद न मिलने की बात स्पष्ट हुई हैं। अनिल गलगली के अनुसार मेसर्स ईईएसएल इस कंपनी ने सिर्फ लैंप बिठाने में रुचि ली है फिर इन लैंप का मेंटेनेंस और नागरिकों की शिकायतों को कैसे सूलझाएगे? इस पर राज्य सरकार और मनपा प्रशासन को जल्द से जल्द फैसला लेना जरुरी हैं।

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