मुंबई में म्हाडा की सेज बिल्डिंग में दुर्घटना के बाद जिम्मेदारी को लेकर म्हाडा और मनपा एकदुसरे पर जिम्मेदारी डालती हैं। जबकि मनपा ने गत 12 वर्षों में सेज बिल्डिंगों से सेज वसूलकर 590 में से 560 करोड़ महाराष्ट्र सरकार को अदा किए हैं। मुंबई महानगरपालिका वसूले हुए पैसे का 5 टक्का मेहनताना के तौर पर अपने पास रखने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मनपा प्रशासन ने दी हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मनपा प्रशासन से जानकारी मांगी थी कि मुंबई में म्हाडा की सेज बिल्डिंग से मनपा ने कितनी रकम सेज के तौर पर वसूली हैं और कितनी रकम म्हाडा प्रशासन को अदा की हैं। मुंबई महानगरपालिका असेटमेंट डिपार्टमेंट ने अनिल गलगली को बताया कि ए वार्ड से जी उत्तर वार्ड का एकत्रित सेज (टैक्स) वसूलकर राजस्व विभाग के लेखा अधिकारी के जरिए महाराष्ट्र सरकार को हर महीने अदा किया जाता हैं। वर्ष 2007- 08 से लेकर वर्ष 2018-19 इन 12 वर्षों में मनपा प्रशासन ने मुंबई में म्हाडा की सेज बिल्डिंग में रहनेवाले नागरिकों से कुल 589 करोड़ 46 लाख 88 हजार 366 रुपए वसूल किए हैं जिसमें से 559 करोड़ 99 लाख 53 हजार 950 रुपए महाराष्ट्र सरकार को अदा किए हैं। मनपा ने मेहनताना के तौर पर सिर्फ 29 करोड़ 47 लाख 34 हजार 416 रुपए अपने पास रखे हैं। यानी 5 प्रतिशत रकम मनपा प्रशासन के पास हैं। गत 12 वर्षों में सर्वाधिक सेज वर्ष 2009-10 में वसूला गया हैं जिसकी रकम 78 करोड़ 24 लाख 8 हजार 464 रुपए हैं
अनिल गलगली के अनुसार जब सेज का पैसा सरकार और म्हाडा को मिलता हैं तो इसतरह की सेज बिल्डिंगों का रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी म्हाडा की हैं और दुर्घटनाओं की भी। जैसे मालिकाना बिल्डिंग की जिम्मेदारी उसके मालिक की होती हैं वैसे ही सेज बिल्डिंगों का मालिक म्हाडा हैं तो जिम्मेदारी भी उसकी ही हैं।
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