स्वच्छ भारत अभियान के तहत मुंबई के ई मनपा के वार्ड क्रमांक 209 में लाखों रुपए की लागत से बना शौचालय गत 1 वर्ष से बंद होने से नागरिकों को होनेवाली परेशानी और फंड का दुरुपयोग की जांच कर कार्रवाई को लेकर की गई शिकायत के बाद मनपा प्रशासन ने पीएमओ को झूठी जानकारी देकर मामले को बंद कर दिया हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने इसकी लिखित शिकायत कर शौचालय को ताबड़तोड़ शुरु करने के साथ झूठी जानकारी देनेवाले मनपा अधिकारी चंदन डोंगरे पर कार्रवाई करने की मांग की हैं।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत ई मनपा के वार्ड क्रमांक 209 में बना शौचालय गत 1 वर्ष से बंद होने की शिकायत के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से अग्रेषित की गई शिकायत पर कार्रवाई कर शौचालय आम लोगों को शुरु करने के बजाय मनपा अधिकारी चंदन डोंगरे ने झूठी जानकारी देकर गुमराह किया हैं। पीएमओ से निकली शिकायत महाराष्ट्र सरकार के आला अफसर बिपिन मलिक, मेधा गाडगील, मनीषा म्हैसकर और मनपा आयुक्त अजय मेहता से निचले स्तर पर ई वार्ड घनकचरा विभाग के सहायक अभियंता चंदन डोंगरे के पास कार्रवाई के लिए भेजी गई। चंदन डोंगरे ने झूठी जानकारी देकर अभिप्राय दिया कि शौचालय का काम पूर्ण हो चुका हैं। सीबीओ प्रक्रिया में हैं और सीबीओ गठन होते ही शौचालय जनता के लिए खुला जाएगा। जबकि ठीक 1 वर्ष पहले यानी 12 जनवरी 2018 को वार्ड ऑफिसर साहेबराव आयुक्त ने इस शौचालय का उदघाटन किया था। इस सच के बावजूूूद श्री डोंगरे ने गलत जानकारी देकर पीएमओ को गुमराह किया।
अनिल गलगली ने पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मनपा आयुक्त अजय मेहता, मनपा उपायुक्त अशोक खैरे, हर्षद काले से लिखित शिकायत कर शौचालय को ताबड़तोड़ शुरु करवाने की मांग के साथ झूठी जानकारी देनेवाले चंदन डोंगरे पर कार्रवाई करने की मांग की हैं। सीबीओ का गठन में राजनीतिक हस्तक्षेप होने से मनपा अधिकारी बिना नगरसेवकों की मौखिक अनुमति काम करने से हिचकते हैं और स्वच्छ भारत अभियान को फेल करने का आरोप अनिल गलगली ने लगाया हैं।
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