Sunday, 7 December 2025

Mumbai Youth Congress Organises One-Day Training Camp for Mumbai Municipal Elections

Mumbai Youth Congress Organises One-Day Training Camp for Mumbai Municipal Elections

In view of the upcoming Mumbai Municipal Corporation elections, Mumbai Youth Congress President Zeenat Shabrin organised a one-day training camp at Tilak Bhavan, Dadar (West). The camp featured expert sessions on election management, municipal governance, and the Right to Information (RTI).

RTI activist Anil Galgali delivered a detailed session on the Mumbai Municipal Corporation and RTI. He shared important tips on “how to obtain information and use it effectively for public interest.” Addressing the participants, he said, “Strengthen your booth first, and everything else will follow.”

Maharashtra Congress General Secretary Adv. Sandesh Kondvilkar explained the essential requirements, procedures and precautions to be followed while filing nomination papers for the municipal elections.

Former Corporator Asif Zakaria provided an in-depth understanding of the structure, departmental responsibilities, and functioning of the Mumbai Municipal Corporation. He highlighted “which department is responsible for which function, and what elected representatives should keep in mind while delivering citizen services.”

During the camp, Indian Youth Congress Social Media Chairman Manu Jain guided participants on how to effectively use various social media platforms during the Mumbai municipal elections. He presented strategies for digital outreach, public communication and voter engagement.

The training camp also witnessed the participation of Indian Youth Congress General Secretary Surbhi Dwivedi, Secretary In-charge Pawan Majethia, and Secretary Hargun Singh.

The training camp organised by Mumbai Youth Congress proved to be a valuable opportunity for new workers. Participants expressed that they gained meaningful knowledge and direction for preparing for the upcoming elections.

मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए युवक कांग्रेस का एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर

मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए युवक कांग्रेस का एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर

आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को ध्यान में रखते हुए मुंबई युवक कांग्रेस अध्यक्षा ज़ीनत शाब्रीन की पहल पर दादर (पश्चिम) स्थित टिलक भवन में एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न विशेषज्ञों ने चुनाव प्रबंधन, नगरपालिका प्रशासन और सूचना के अधिकार (RTI) पर मार्गदर्शन प्रदान किया।

शिविर में सूचना अधिकार कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई महानगरपालिका और आरटीआई से संबंधित विषयों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने “सूचना कैसे प्राप्त करें और जनहित में उसका प्रभावी उपयोग कैसे करें” इस पर महत्वपूर्ण टिप्स साझा कीं। उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पहले बूथ मजबूत करें, बाकी सभी चीजें अपने आप संभव हो सकती हैं।”

महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव एड. संदेश कोंडविलकर ने महानगरपालिका चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र भरते समय आवश्यक शर्तें, प्रक्रिया और सावधानियों के बारे में जानकारी दी।

पूर्व नगरसेवक आसिफ ज़कारिया ने मुंबई महानगरपालिका की संरचना, विभागवार जिम्मेदारियाँ और कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि “कौन सा विभाग किस कार्य के लिए जिम्मेदार है और नागरिकों की सेवा करते समय जनप्रतिनिधि किन बातों का ध्यान रखें।”

शिविर में भारतीय युवक कांग्रेस के सोशल मीडिया चेयरमैन मनु जैन ने मुंबई महानगरपालिका चुनाव में सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग कैसे किया जा सकता है इस पर मार्गदर्शन किया। उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रचार, संवाद और मतदाताओं तक पहुँच बढ़ाने की रणनीतियाँ साझा कीं।

इस प्रशिक्षण शिविर में भारतीय युवक कांग्रेस की महासचिव सुरभि द्विवेदी, सचिव प्रभारी पवन मजेठिया, तथा सचिव हरगुन सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

मुंबई युवक कांग्रेस द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण शिविर नए कार्यकर्ताओं के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हुआ। प्रतिभागियों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आगामी चुनाव की तैयारी के लिए उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी और दिशा प्राप्त हुई।

मुंबई महानगरपालिका निवडणुकीसाठी युवक काँग्रेसचे एकदिवसीय प्रशिक्षण शिबीर

मुंबई महानगरपालिका निवडणुकीसाठी युवक काँग्रेसचे एकदिवसीय प्रशिक्षण शिबीर

आगामी मुंबई महानगरपालिका निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर मुंबई युवक काँग्रेस अध्यक्षा झीनत शाब्रीन यांच्या पुढाकाराने दादर (प.) येथील टिळक भवनात एकदिवसीय प्रशिक्षण शिबिराचे आयोजन करण्यात आले. या शिबिरात विविध मान्यवरांनी निवडणूक व्यवस्थापन, पालिका कारभार आणि माहिती अधिकार (RTI) याबाबत मार्गदर्शन केले.

शिबिरात माहिती अधिकार कार्यकर्ते अनिल गलगली यांनी मुंबई महानगरपालिका आणि आरटीआयविषयी सविस्तर माहिती दिली. “माहिती कशी मिळवायची आणि जनहितासाठी तिचा प्रभावी वापर कसा करायचा” याबाबत त्यांनी टिप्स दिल्या. “बूथ मजबूत करा, मग बाकीचे सर्व होऊ शकते,” असा सल्ला त्यांनी उपस्थितांना दिला.

महाराष्ट्र काँग्रेसचे सरचिटणीस एड. संदेश कोंडविलकर यांनी पालिका निवडणुकांमध्ये उमेदवारी अर्ज भरताना आवश्यक अटी, प्रक्रिया आणि काळजी कोणती घ्यावी याची माहिती दिली.

माजी नगरसेवक आसिफ झकारिया यांनी मुंबई महानगरपालिकेची रचना, विभागनिहाय जबाबदाऱ्या आणि कार्यपद्धती यावर सविस्तर माहिती दिली. “कोणत्या विभागाचे कोणते काम आहे आणि नागरिकांना सेवा देताना जनप्रतिनिधींनी काय लक्षात ठेवावे” यावर त्यांनी मार्गदर्शन केले.

या शिबिरात भारतीय युवक काँग्रेस सोशल मीडिया चेअरमन मनु जैन यांनी मुंबई महापालिका निवडणुकीत सोशल मीडियाचा प्रभावी वापर कसा करायचा याविषयी महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन केले. डिजिटल प्लॅटफॉर्मद्वारे प्रचार, संवाद आणि मतदारांशी संपर्क वाढवण्याबाबत त्यांनी रणनीती सांगितली.

शिबिरात भारतीय युवक काँग्रेस सरचिटणीस सुरभी द्विवेदी, सचिव प्रभारी पवन मजेठिया, सचिव हरगुन सिंह यांचीही प्रमुख उपस्थिती होती.

मुंबई युवक काँग्रेसतर्फे आयोजित हे प्रशिक्षण शिबीर नव्या कार्यकर्त्यांसाठी सुवर्ण संधी ठरले. आगामी निवडणुकीच्या तयारीत युवकांना आवश्यक ज्ञान आणि दिशा मिळाल्याची प्रतिक्रिया सहभागींकडून व्यक्त करण्यात आली.

Monday, 24 November 2025

खबरें पूर्वांचल ने पूरा किया 15 वर्षों का यादगार सफर


खबरें पूर्वांचल ने पूरा किया 15 वर्षों का यादगार सफर

खबरें पूर्वांचल के प्रमुख संरक्षक एवं प्रेरणास्रोत वरिष्ठ समाजसेवक श्री मोहनलाल दुबे (जौनपुर, उ. प्र.) के आशीर्वाद से राष्ट्रीय साप्ताहिक “खबरें पूर्वांचल” हिंदी समाचार पत्र ने अपनी 15 वर्षों की प्रकाशन यात्रा सफलतापूर्वक पूर्ण की। 16वें वर्ष के शुभारंभ के उपलक्ष्य में नालासोपारा पूर्व स्थित ओस्तवाल नगरी, रिक्शा स्टैंड के समीप भव्य वर्धापन दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का उद्घाटन शिखर ठाकुर (हनी दादा) द्वारा किया गया। इस अवसर पर “एक शाम अमर शहीदों के नाम” देशभक्ति कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें देशभक्ति गीतों ने वातावरण को भावपूर्ण और ऊर्जामय बना दिया।

इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अभिजीत राणे (समूह संपादक – वृत्त मित्र/मुंबई मित्र), गुलाब दुबे (राष्ट्रीय प्रवक्ता – शिवसेना शिंदे गुट, समन्वयक उत्तर भारत), आचार्य पवन त्रिपाठी (मुंबई महामंत्री – भाजपा, कोषाध्यक्ष – श्री सिद्धिविनायक मंदिर न्यास), विजय जाधव (वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, तुलिंज), लोकेश यादव (वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, आरपीएफ नालासोपारा) उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में उमेश नाईक (पूर्व उपमहापौर – वसई विरार शहर मनपा), भरत मकवाना (पूर्व सभापति – वि.वि.श. मनपा), निलेश देशमुख (पूर्व सभापति – वि.वि.श. मनपा), गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ‘संजू श्रीवास्तव’ (महासचिव – फिल्म स्टूडियो सेटिंग अलाइड मजदूर यूनियन), गजानन महतपुरकर (कार्यकारी सदस्य – महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई), जे. पी. सिंह (वरिष्ठ भाजपा नेता), राधेश्याम पाठक (प्रवक्ता – शिवसेना उबाठा, पालघर) शामिल थे।

अन्य गणमान्य उपस्थित महानुभावों में अजय शुक्ला (वरिष्ठ पत्रकार – स्वतंत्रवार्ता, हैदराबाद), अनिल गलगली (आरटीआई कार्यकर्ता), पंकज देशमुख (युवा नेता – भाजपा), अधिवक्ता प्रीति तिवारी (उच्च न्यायालय – मुंबई), राजेश मेहता (अध्यक्ष – गुजराती मित्र मंडल, नालासोपारा), नागेंद्र तिवारी, नीलेश चौधरी, अमित दुबे, संजय बिहारी, विनोद तिवारी, सत्यप्रकाश सिंह, दीपक सिंह, शिव कुमार तिवारी, दिवाकर शुक्ला (राजू), अजय मिश्रा सहित कई सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े प्रमुख व्यक्तित्व शामिल रहे।

कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लोकगायक पंडित कमलेश उपाध्याय, राकेश तिवारी, अजय मिश्रा ‘परदेसी’, रामअनुज पाठक और धीरज शुक्ला ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से वातावरण को सुरमय बना दिया। कार्यक्रम का संचालन पंडित कमलेश उपाध्याय और वरिष्ठ पत्रकार प्रेम चौबे ने किया, जबकि आयोजन में रविन्द्र कुमार दुबे (संपादक – खबरें पूर्वांचल), राजेश मिश्रा (वरिष्ठ समाजसेवी) और विनय तिवारी (अध्यक्ष – सलाम वसई सेवा संघ) का विशेष योगदान रहा। समारोह के अंत में वरिष्ठ समाजसेवी सोहनलाल दुबे ने सभी पाठकों, पत्रकारों, लेखकों और समर्थकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।

Saturday, 22 November 2025

यूके की संसद में गूंजा सनातन का स्वर — स्वामी चक्रपाणि जी महाराज का भव्य सम्मान


यूके की संसद में गूंजा सनातन का स्वर — स्वामी चक्रपाणि जी महाराज का भव्य सम्मान

ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ़ कॉमन्स में आयोजित भव्य समारोह में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
परमहंस श्री स्वामी चक्रपाणि जी महाराज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्रदान किया गया।

सांसद मिस्टर जैक, सांसद सुहेल शेख, सांसद वीरेंद्र शर्मा, मेयर मिस्टर हैरो, मेयर अंजना और अन्य कई गणमान्य व्यक्ति इस  सम्मान समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

महाराजश्री के आध्यात्मिक योगदान, भारतीय संस्कृति के संवर्धन और वैश्विक स्तर पर सनातन के प्रचार-प्रसार के कार्यों की सभी ने सराहना की। कार्यक्रम में भारतीय समुदाय की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही, जिससे माहौल गरिमामय और उल्लासपूर्ण बना रहा।

कार्यक्रम के अंत में स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने कहा कि
“यह सम्मान संपूर्ण संत समाज और सनातन परंपरा का सम्मान है।"

Wednesday, 12 November 2025

प्रिंट मीडिया की भूमिका सराहनीय


प्रिंट मीडिया आज भी विश्वसनीय है


फिल्म अभिनेता धर्मेन्द्र की मौत की झूठी खबर ने एक बार फिर मीडिया की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया, यूट्यूब और कुछ तथाकथित न्यूज़ चैनलों पर सोमवार को अभिनेता धर्मेन्द्र के निधन की फेक न्यूज ने देशभर में हड़कंप मचा दिया। लाखों लोगों ने बिना सत्यापन किए इस खबर को आगे बढ़ाया, श्रद्धांजलि संदेश पोस्ट किए और भावनात्मक वीडियो बनाए। लेकिन हकीकत यह थी कि धर्मेन्द्र जी बिल्कुल स्वस्थ थे और बुधवार की सुबह 7:30 बजे उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिली।

प्रिंट मीडिया ने निभाई अपनी ज़िम्मेदारी

जहाँ सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने खबर को बिना जांचे फैलाया वहीं प्रिंट मीडिया ने अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया। समाचार पत्रों ने इस खबर को प्रकाशित करने से पहले उसकी सत्यता की जांच की और जब पुष्टि नहीं मिली तो उसे प्रकाशित न करने का निर्णय लिया। यह निर्णय न केवल पत्रकारिता की मर्यादा का प्रतीक है, बल्कि समाज में विश्वसनीय सूचना देने का भी प्रमाण है।

TRP और व्यूज़ की दौड़ में मानवीयता भूल रहा है मीडिया

आज के डिजिटल युग में “पहले खबर दो, बाद में जांच करो” की प्रवृत्ति ने पत्रकारिता की जड़ों को कमजोर कर दिया है। TRP और क्लिक के लालच में कई प्लेटफॉर्म संवेदनशील खबरों को भी सनसनी में बदल देते हैं। धर्मेन्द्र जैसे लोकप्रिय कलाकार के बारे में बिना प्रमाण के मृत्यु की खबर चलाना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि यह एक व्यक्ति और उसके परिवार की भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी है।

परिवार और समाज पर मानसिक प्रभाव

ऐसी झूठी खबरें सिर्फ़ व्यक्ति की छवि को प्रभावित नहीं करतीं बल्कि उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों को भी गहरा मानसिक आघात देती हैं। धर्मेन्द्र के परिवार ने इन खबरों को देखकर जो तनाव और पीड़ा झेली होगी उसे समझना मुश्किल नहीं है। अफवाहों का यह खेल, किसी के जीवन और सम्मान दोनों से खिलवाड़ है।

प्रिंट मीडिया की भूमिका सराहनीय

जब सारे डिजिटल प्लेटफॉर्म वायरल खबरों के पीछे भाग रहे थे तब प्रिंट मीडिया ने साबित किया कि "सत्यापन के बिना समाचार नहीं” यही असली पत्रकारिता है। आज भी अखबार समाज में विश्वसनीय सूचना का सबसे मजबूत स्तंभ बने हुए हैं। उनकी संपादकीय नीति, तथ्य-जांच प्रणाली और जवाबदेही उन्हें बाकी मीडिया से अलग बनाती है।

धर्मेन्द्र की फेक न्यूज ने एक बार फिर यह सिखाया है कि तकनीक के इस दौर में भी जिम्मेदारी, संयम और सत्य का मूल्य घटा नहीं है। अगर समाज को सही सूचना चाहिए, तो उसे फेक न्यूज की भीड़ से नहीं बल्कि जिम्मेदार पत्रकारिता से उम्मीद रखनी होगी।

🖋️ – अनिल गलगली
(मीडिया विश्लेषक एवं जनसूचना कार्यकर्ता)

Monday, 10 November 2025

डॉ उमाकान्त बाजपेयी को श्रद्धांजलि

डॉ उमाकान्त बाजपेयी को श्रद्धांजलि


मुंबई महानगर में राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के समर्पित सिपाही, “हिंदी का साथ, हिंदी का विकास और हिंदी पर विश्वास” के प्रतीक तथा आशीर्वाद संस्था के संस्थापक डॉ. उमाकान्त बाजपेयी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन जुहू के क्लब मिलेनियम में किया गया।

इस अवसर पर शहर के साहित्यकार, पत्रकार, गायक, संस्कृति कर्मी, कलाकार एवं राजनेता उपस्थित रहे और सभी ने डॉ. बाजपेयी के योगदान को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के रूप में पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह, मुंबई भाजपा अध्यक्ष विधायक अमित साटम, उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी, नगरसेविका सुधा सिंह, रंगकर्मी ओम कटारे, साहित्यकार अभिलाष अवस्थी, डॉ. करुणा शंकर उपाध्याय, महेश दुबे, डॉ. वागीश सारस्वत, डॉ. राधेश्याम गुप्ता, गायक उदित नारायण, बृज मोहन अग्रवाल, संपादक अभिजीत राणे, डॉ. बनमाली चतुर्वेदी, राजिल सयानी, मितुल प्रदीप, हरीश भिमानी, वीरेंद्र याग्निक, डॉ. मुकेश गौतम, कवि नारायण अग्रवाल, फिल्मकार अशोक पंडित, चैतन्य पादुकोण, एड. अरविंद तिवारी, एड. पुनीत चतुर्वेदी, एड. विजय सिंह, डॉ. प्रमिला शर्मा, लक्ष्मी यादव, गीतकार रासबिहारी पांडेय, अर्चना जौहरी, डॉ. शैलेश श्रीवास्तव, रजिया रागिनी, राम जवाहरानी, शायर सतीश शुक्ल ‘रकीब’, आफताब आलम, अनिल गलगली, अमर त्रिपाठी, रीमा राय सिंह, संगीता दुबे, राजीव रोहित, राज किशोर तिवारी, रवि यादव, रेखा बब्बल, चित्रा देसाई, एड. अंजनी सिंह, अशोक त्रिवेदी समेत शहर के अनेक प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित थे। सभी ने डॉ. बाजपेयी की हिंदी सेवा और समाज सेवा की मुक्त कंठ से सराहना की।

उल्लेखनीय है कि 87 वर्षीय डॉ. उमाकान्त बाजपेयी ने कुछ दिनों पूर्व अन्न-जल त्याग कर 6 नवंबर को स्वेच्छा से गोलोक गमन किया। कार्यक्रम में उनकी पुत्रियाँ — नीता, निरुपमा और संगीता तथा दामाद शेखर ने उपस्थित जनों के प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम का संचालन देवमणि पाण्डेय और राजेश विक्रांत ने किया।

इस अवसर पर कृपाशंकर सिंह ने डॉ. बाजपेयी की स्मृति को अक्षुण्ण रखने हेतु उन पर आधारित एक पुस्तक सृजन का सुझाव दिया। आशीर्वाद के पूर्व चेयरमैन राम जवाहरानी ने घोषणा की कि उनकी संस्था सहयोग फाउंडेशन डॉ. बाजपेयी की स्मृति में एक “डॉ. उमाकान्त बाजपेयी स्मृति पुरस्कार” प्रारंभ करेगी।

डॉ. बाजपेयी का जीवन हिंदी, साहित्य और समाजसेवा के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने 1969 में ‘आशीर्वाद’ पत्रिका की स्थापना की और 1977 में आशीर्वाद संस्था की नींव रखी। वे भारतीय जीवन बीमा निगम में 1998 तक कार्यरत रहे।

उनके चार कहानी संग्रह — ‘एक था नर एक थी मादा’, ‘एक मृग सोने का’, ‘बैंड बाजा बुलेट’ और ‘जय राम जी की’ — हिंदी कथा-साहित्य में विशिष्ट स्थान रखते हैं।

उन्होंने 1974 और 1978 में अखिल भारतीय लेखक सम्मेलन का सफल आयोजन किया, जो मुंबई का पहला हिंदी लेखक सम्मेलन माना जाता है। 1978 से उन्होंने आशीर्वाद फिल्म अवार्ड प्रारंभ किया, जो पच्चीस वर्षों तक लगातार आयोजित होता रहा, जिसमें सिनेमा जगत की अनेक प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल होती थीं।

1991 से उन्होंने आशीर्वाद राजभाषा पुरस्कार एवं सम्मेलन का शुभारंभ किया, जो आज भी निरंतर जारी है।

डॉ. उमाकान्त बाजपेयी सचमुच हिंदी की आत्मा के साधक और साहित्य, समाज तथा संस्कृति को जोड़ने वाले सेतु थे। उनके कार्य हिंदी जगत में सदैव प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे।


Tuesday, 28 October 2025

गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय कन्या कौशल प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

जीवन की दिशा तय करनी है, तो विचारों पर पैनी नज़र रखो – शैफाली पण्ड्या

गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय कन्या कौशल प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय कन्या कौशल प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। राजस्थान से आई तीन सौ से अधिक बालिकाएँ और प्रशिक्षिकाएँ इसमें भाग ले रही हैं। शिविर का उद्देश्य कन्याओं में आत्मनिर्भरता, संस्कार, शिक्षा और सुरक्षा से संबंधित मूल्यों का विकास करना है, ताकि वे आत्मविश्वासी और सशक्त बन सकें।

शांतिकुंज महिला मंडल की प्रमुख श्रीमती शैफाली पण्ड्या ने कहा कि “जब इंसान अपनी सोच को केवल घर तक सीमित रखता है, तो उसकी समस्याएँ भी सीमित रहती हैं; लेकिन जब वह समाज के प्रति जागरूक होता है, तभी उसकी सोच व्यापक बनती है।”
उन्होंने कहा कि साठ के दशक में ही युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य और वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा ने नारी जागरण आंदोलन की शुरुआत की थी। उसी दिशा में आज अखिल विश्व गायत्री परिवार निरंतर प्रयासरत है, जिससे नारियाँ शिक्षित, संस्कारवान और आत्मनिर्भर बन सकें।

श्रीमती पण्ड्या ने कहा कि “आज हर नारी के लिए आवश्यक है कि वह अपनी संस्कृति और पहचान को बनाए रखे तथा आने वाली पीढ़ी को भी संस्कारवान बनाए।” उन्होंने बालिकाओं को अपने अभिभावकों से स्वस्थ संवाद बनाए रखने की प्रेरणा भी दी। इससे पूर्व शांतिकुंज के विषय-विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया।

Monday, 27 October 2025

आईएफटीएए अवार्ड्स की ट्रॉफी का भव्य लॉन्च

आईएफटीएए अवार्ड्स की ट्रॉफी का भव्य लॉन्च

पद्मिनी कोल्हापुरे और पूनम ढिल्लों सहित कई हस्तियां रहीं मौजूद


देश की रक्षा में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और उनके परिवारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से समाजसेवी एवं व्यवसायी कुशल सुरेश धुरी द्वारा आयोजित आईएफटीएए (IFTA Awards) समारोह की तीन शानदार ट्रॉफियों का भव्य अनावरण मुंबई के द क्लब में किया गया।

इस अवसर पर हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्रियाँ पद्मिनी कोल्हापुरे और पूनम ढिल्लों विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत में कुशल सुरेश धुरी ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया।

कार्यक्रम में मनीष धुरी, वारिस पठान, फिल्म लेखक इम्तियाज हुसैन, आनंद बलराज, माही शर्मा (कुमकुम भाग्य फेम), रमेश गोयल, अली खान, रेश्मा टिपनिस, जयंत वाडकर, विजय पाटकर, डीएमसी संजय महाले, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, मुंबई भाजपा के प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह, आईआरएस अधिकारी दीपक पंडित व रवि सुबर्णा, विनोद मेहता, नवीन प्रभाकर, पल्लवी शिंदे, दीपक कपाड़िया, पप्पू भाई, चैतन्य पादुकोण, मोदी जी के हमशक्ल विकास महंते, प्रशांत राणे सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

इस अवसर पर अभिनेता एवं निर्माता अमोल बावधनकर ने भी कुशल धुरी की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में प्रेरणा जगाते हैं।

मुख्य आयोजन श्री रत्ना बालाजी फिल्म्स के बैनर तले 26 नवंबर 2025 को मुंबई के चित्रकूट ग्राउंड में आयोजित होगा। इस शो के डायरेक्टर राजीव चौधरी, सह-आयोजक सुरेंद्र पाल और रमाकांत मुंडे होंगे।

सीनियर अभिनेत्री पूनम ढिल्लों ने कहा कि फ़िल्मों में हीरो बनना आसान है, मगर रियल लाइफ हीरो बनना साहस और त्याग का काम है। देश के जवानों और पुलिसकर्मियों का सम्मान करना बहुत सराहनीय कदम है।

पद्मिनी कोल्हापुरे ने कहा कि देश की रक्षा करने वाले असली हीरो हैं। उनके परिवारों की सहायता के लिए समाज को आगे आना चाहिए। कुशल धुरी का यह प्रयास प्रशंसनीय है।

आयोजक कुशल सुरेश धुरी ने कहा कि मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले ने देश की आत्मा को झकझोर दिया था। उन शहीदों की वीरता, बलिदान और परिवारों के साहस को नमन करने के लिए ही आईएफटीएए अवार्ड्स की शुरुआत की गई है।
हमारा उद्देश्य है कि समाज में रियल हीरोज़ को भी वही सम्मान मिले जो रील हीरोज़ को मिलता है। यह अवॉर्ड समारोह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उन वीरों के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया।

इस कार्यक्रम के मीडिया पीआर की जिम्मेदारी रमाकांत मुंडे (मुंडे मीडिया) ने सफलता पूर्वक निभाई।

थॅलेसेमिया जनजागृती कार्यशाळा 3.0

थॅलेसेमिया जनजागृती कार्यशाळा 3.0

“वाद नको, संवाद पाहिजे" समन्वयातून आरोग्य सेवेचा लाभ पाहिजे”

थॅलेसेमिया या गंभीर आनुवंशिक आजाराबाबत नागरिकांमध्ये जागरूकता निर्माण करण्याच्या उद्देशाने सायन येथील लो. टी. म. स. रुग्णालय (लोकमान्य टिळक स्मृती रुग्णालय) येथे “थॅलेसेमिया जनजागृती कार्यशाळा 3.0” हा सामाजिक आणि आरोग्यदृष्ट्या अत्यंत महत्त्वपूर्ण उपक्रम यशस्वीरीत्या पार पडला.

ही कार्यशाळा “वाद नको, संवाद पाहिजे" समन्वयातून आरोग्य सेवेचा लाभ पाहिजे” या संदेशासह आयोजित करण्यात आली होती. रुग्ण, त्यांचे पालक, सामाजिक संस्था आणि आरोग्य क्षेत्रातील तज्ज्ञ एकत्र येऊन या आजारावर जनजागृती आणि प्रतिबंधात्मक उपाय यावर विचारमंथन करण्यात आले.

या कार्यशाळेत तज्ज्ञ डॉक्टरांनी थॅलेसेमिया म्हणजे काय, त्याची कारणे, लक्षणे, निदान, उपचार पद्धती तसेच विवाहपूर्व रक्त तपासणीचे महत्त्व या विषयांवर सखोल माहिती दिली.

तज्ज्ञांनी सांगितले की थॅलेसेमिया हा एक आनुवंशिक रक्ताचा आजार असून, त्यात शरीरात हिमोग्लोबिन निर्माण होण्याची प्रक्रिया बिघडते. या आजारावर औषधोपचारांपेक्षा जागरूकता आणि वेळेवर तपासणी हेच प्रभावी प्रतिबंधक उपाय आहेत. विवाहपूर्व ‘थॅलेसेमिया कॅरिअर टेस्ट’ प्रत्येक तरुण-तरुणीने करून घेणे गरजेचे आहे, असा संदेश देण्यात आला.

या उपक्रमाच्या यशस्वी आयोजनात रुग्णमित्र मार्गदर्शक अनिल गलगली, विनोद साडविलकर आणि संपूर्ण रुग्णमित्र संलग्न सामाजिक संस्था परिवाराने गेल्या अनेक दिवसांपासून नियोजन, समन्वय आणि कार्यवाहीत मनःपूर्वक सहभाग घेतला. त्यांच्या सातत्यपूर्ण प्रयत्नांमुळे कार्यशाळेचे आयोजन केवळ यशस्वीच नव्हे, तर मानवतेच्या सेवेला समर्पित उपक्रमाचे उत्कृष्ट उदाहरण ठरले. या उपक्रमात सहयोगी संस्था मुंबई यांनीही सक्रीय सहभाग नोंदवला. त्यांचे सहकार्य, संसाधन आणि संघटन कौशल्य या कार्यक्रमाच्या यशात मोलाचे ठरले.

समाज सेवा विभागाच्या वतीने विभाग प्रमुख व मुख्य समाज विकास अधिकारी डॉ. प्रकाश गायकवाड यांनी उपस्थितांना उद्देशून सांगितले की “थॅलेसेमिया रुग्ण आणि त्यांच्या कुटुंबीयांना आवश्यक ते सर्व सहकार्य, मार्गदर्शन आणि मदत देण्यासाठी समाज सेवा विभाग सदैव तत्पर राहील. आरोग्य सेवा केवळ उपचारापुरती मर्यादित नसून, ती एक सामाजिक जबाबदारी आहे.” त्यांनी पुढे सांगितले की या उपक्रमातून निर्माण झालेला संवाद भविष्यात थॅलेसेमिया मुक्त महाराष्ट्राच्या दिशेने एक ठोस पाऊल ठरेल.

या कार्यशाळेच्या यशस्वी आयोजनासाठी प्रेरणा आणि मार्गदर्शन देणारे डॉ. मोहन जोशी (अधिष्ठाता, लो. टी. म. स. रुग्णालय), डॉ. राधा गढीयाल, डॉ. सुजाता शर्मा, डॉ. पूर्वी कुट्टी, डॉ. पूर्वा राणे-सुर्वे, विनय शेट्टी, विद्याधर गांगुर्डे, गजानन नार्वेकर, गणेश पवार, धनंजय पवार, रमेश चव्हाण, प्रफुल्ल नवार, निरंजन आहेर, जय साटेलकर, अमोल सावंत, श्रध्दा अष्टीवकर, रोटरी क्लब ऑफ भांडूप मुंबई, सीमा क्षीरसागर, तरुण युवक मंडळ भारतीबेन संगोई, प्रशांत म्हात्रे, गणेश आमडोसकर, बाबू बतेली, रत्नाकर शेट्टी, रियाज मुल्ला, सुभाष गायकवाड यांचे विशेष आभार मानण्यात आले.

कार्यक्रमाच्या समारोप प्रसंगी उपस्थितांनी ठरवले की आगामी काळात थॅलेसेमियाबाबत अधिक जनजागृतीसाठी शाळा, महाविद्यालये आणि समाज संस्थांमध्ये संवाद सत्रे आयोजित करण्यात येतील.

कार्यक्रमाची सांगता या प्रेरणादायी ओळींनी करण्यात आली .

“थॅलेसेमियावर जनजागृतीचा दीप लावू,
सेवेच्या वाटेवर एकत्र चालू।
रुग्णमित्रांनी दाखवली मानवतेची वाट,
प्रेम, समर्पण, आणि आरोग्य यांचा संवाद॥”


Wednesday, 22 October 2025

देसंविवि के गौशाला परिसर में पारंपरिक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ गोवर्धन पूजन

देसंविवि के गौशाला परिसर में पारंपरिक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ गोवर्धन पूजन

हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय, शांतिकुंज के गौशाला परिसर में गोवर्धन पूजन का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। वैदिक मंत्रोच्चार और पारंपरिक सजावट से सजे इस आयोजन में विश्वविद्यालय परिवार एवं प्रशिक्षणार्थियों की सहभागिता रही।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने विधिवत पूजन कर गौ माता की आरती की। उन्होंने श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पर्व हमें कठिनाइयों में धैर्य और साहस बनाए रखने की प्रेरणा देता है।

पूजन स्थल को गोबर से निर्मित गोवर्धन स्वरूपों से सजाया गया था। इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या और शैलदीदी ने शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम में कुलपति शरद पारधी, व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि, विभागाध्यक्ष, प्रशिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Tuesday, 21 October 2025

शांतिकुंज एवं देसंविवि में दीपावली उत्साहपूर्वक मनाई गई

शांतिकुंज एवं देसंविवि में दीपावली उत्साहपूर्वक मनाई गई


गायत्री तीर्थ शांतिकुंज एवं देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर में दीपावली का पावन पर्व श्रद्धा, उल्लास और वैदिक परंपरा के साथ अत्यंत उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर शांतिकुंज की बहनों ने पूरे परिसर को आकर्षक रंगोलियों, दीपों और पुष्प सज्जा से भव्य रूप प्रदान किया।

मुख्य कार्यक्रम में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैल दीदी ने वैदिक विधि-विधान से बहीखाता पूजन किया। इस अवसर पर वेदमाता गायत्री ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं लेखा विभाग प्रभारी हरीश ठक्कर ने भी बही खातों का पूजन किया। कार्यक्रम का संचालन शांतिकुंज के संस्कार प्रकोष्ठ के आचार्यों द्वारा किया गया।

अपने संदेश में डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि दीपावली प्रकाश, पवित्रता और आत्मज्योति का प्रतीक पर्व है, जो हमें अपने घर, कार्यस्थल और अंत:करण को स्वच्छ एवं प्रकाशमान बनाए रखने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अपने विचार, आचरण और जीवनशैली को शुद्ध बनाना आवश्यक है।

संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैल दीदी ने अपने संदेश में कहा कि दीपक केवल एक लौ नहीं, बल्कि सेवा, स्नेह और आत्म-प्रकाश का प्रतीक है। हमें अपने ज्ञान, समय और संसाधनों का कुछ अंश दूसरों के जीवन से अंधकार मिटाने में लगाना चाहिए — यही दीपावली की सच्ची साधना है।

शांतिकुंज परिवार ने इस पर्व को केवल धार्मिक उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि संस्कार, सेवा और आत्मविकास के संकल्प के साथ मनाया। इस अवसर पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं युवा प्रतिनिधि डॉ. चिन्मय पण्ड्या, शैफाली पण्ड्या, हरीश ठक्कर, शिवप्रसाद मिश्र, योगेन्द्र गिरि सहित देश-विदेश से आए हजारों साधक उपस्थित रहे।

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Sunday, 19 October 2025

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय फार्मेसी विभाग व शांतिकुंज में उत्साहपूर्वक मनाई गई भगवान धन्वंतरि जयंती

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय फार्मेसी विभाग व शांतिकुंज में उत्साहपूर्वक मनाई गई भगवान धन्वंतरि जयंती

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग एवं शांतिकुंज हरिद्वार में आयुर्वेदाचार्य भगवान धन्वंतरि की जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर आयुर्वेद के पुनरुत्थान एवं प्राकृतिक जीवनशैली को अपनाने का आह्वान किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ फार्मेसी विभाग परिसर में सामूहिक हवन एवं भगवान धन्वंतरि पूजन से हुआ। विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य भगवान धन्वंतरि से आरोग्य, समृद्धि एवं जीवन में संतुलन की प्रार्थना की।

अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने संदेश दिया कि “भगवान धन्वंतरि देवताओं के वैद्य हैं और उन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। उन्होंने आयुर्वेद शास्त्र की स्थापना कर मानवता को स्वास्थ्य, संतुलन और दीर्घायु का मार्ग प्रदान किया।”

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि “ईश्वर ने हमें श्रेष्ठ मानव काया दी है। इसे प्राकृतिक जीवनशैली द्वारा स्वस्थ रखकर जीवन के उच्चतम उद्देश्य की ओर अग्रसर होना ही हमारी साधना है।”

शांतिकुंज मुख्य सभागार में आयोजित संगोष्ठी में सभी वक्ताओं और प्रतिनिधियों ने भगवान धन्वंतरि से जुड़ी पौराणिक एवं आयुर्वेदिक परंपराओं का उल्लेख करते हुए प्रकृति के अनुकूल जीवन जीने की प्रेरणा दी।

उपस्थित प्रमुख सदस्य एवं वक्ता के तौर पर योगेन्द्र गिरि, डॉ. वन्दना श्रीवास्तव, डॉ. ज्ञानेश्वर मिश्र, डॉ. अलका मिश्रा, डॉ. ए.के. पाण्डेय, डॉ. भावना शर्मा, डॉ. चंचल त्रिपाठी, डॉ. नेहा भट्ट, डॉ. मोनिका शर्मा, डॉ. अर्चना पाण्डेय, प्रो. रविशंकर तिवारी, डॉ. अजय शर्मा उपस्थित थे।

कार्यक्रम में फार्मेसी विभाग के संकाय सदस्य, विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शांतिकुंज परिवार के अनेक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी ने आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार और समग्र आरोग्य अभियान को गति देने का संकल्प लिया।
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Friday, 17 October 2025

देव संस्कृति विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

देव संस्कृति विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

मीडिया की भूमिका सशक्त हो — दत्तात्रेय होसबोले

पत्रकारों को संस्कृति के विस्तार में योगदान देना चाहिए — डॉ. चिन्मय पण्ड्या


देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में शुक्रवार को “राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले, विश्वविद्यालय के कुलपति श्री शरद पारधी, प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या, तथा पूर्व सांसद श्री तरुण विजय सहित अन्य अतिथियों द्वारा सामूहिक दीप प्रज्वलन से हुआ।

दिनभर चले इस सम्मेलन में कुल पाँच सत्र आयोजित हुए, जिनमें वक्ताओं ने मीडिया को भारत के नैतिक व सांस्कृतिक उत्थान का आधार बनाने का आह्वान किया।

मुख्य अतिथि श्री दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मीडिया को राष्ट्र निर्माण में सशक्त भूमिका निभानी चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम के समय हमारे महानायकों ने मीडिया के विभिन्न माध्यमों से जनजागरण किया। आज भी पत्रकारों को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाते हुए समाज में सशक्तिकरण, नारी जागरण और राष्ट्रहित के मुद्दों को प्राथमिकता दें।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि पत्रकारों को संवेदनशील होना चाहिए और वे ऐसी ही खबरें प्रसारित करें जो समाज और राष्ट्र के विकास में सहायक हों। उन्होंने कहा कि अनीति, असुरता और भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का समय आ गया है।

इस अवसर पर प्राच्यम स्टूडियोज के सीईओ श्री प्रवीण चतुर्वेदी, सुदर्शन चैनल के मुख्य संपादक श्री सुरेश चव्हाण, पूर्व सूचना आयुक्त श्री उदय माहूरकर, तथा पूर्व सांसद श्री तरुण विजय सहित देशभर से आये मीडिया विशेषज्ञों, लेखकों, फिल्मकारों और पत्रकारों ने अपने विचार साझा किए।

दिल्ली, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आए मीडिया जगत के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने पाँच अलग-अलग सत्रों में राष्ट्र निर्माण में मीडिया की दिशा और दायित्व पर गहन चर्चा की। विशेषज्ञों ने कहा कि आज मीडिया केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्र को दिशा देने वाली सशक्त शक्ति बन चुका है।

सम्मेलन में अखिल विश्व गायत्री परिवार के सैकड़ों स्वयंसेवकों की उपस्थिति ने आयोजन को वैचारिक और सांस्कृतिक गहराई प्रदान की। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्वानों ने स्पिरिचुअल जर्नलिज़्म (आध्यात्मिक पत्रकारिता) की आवश्यकता पर भी विशेष चर्चा की।

उद्घाटन सत्र में हरिद्वार और मुंबई से आये वरिष्ठ पत्रकार श्री अनिल गलगली, अमित नारायण सहित विभिन्न राज्यों के पत्रकारों को युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या, श्री दत्तात्रेय होसबोले एवं अतिथियों ने सम्मानित किया। इस अवसर पर “अखण्ड ज्योति” की आध्यात्मिक यात्रा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री, संस्कृति संचार और रिनासा पत्रिकाओं के नये अंक तथा कई पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। कुलपति एवं प्रतिकुलपति ने अतिथियों को विश्वविद्यालय का प्रतीक चिह्न, गंगाजली और रुद्राक्षमाला भेंट कर सम्मानित किया।

Monday, 13 October 2025

नैसर्गिक विकलांग सेवा संघ ने दिव्यांगों संग मनाया दीपावली स्नेह सम्मेलन

नैसर्गिक विकलांग सेवा संघ ने दिव्यांगों संग मनाया दीपावली स्नेह सम्मेलन

मुंबई: हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नैसर्गिक विकलांग सेवा संघ द्वारा दीपावली के पावन अवसर पर दिव्यांग जनों के साथ “दीपावली स्नेह सम्मेलन” का आयोजन किया गया। यह आयोजन संघ के अध्यक्ष टी. एन. दुबे के नेतृत्व में अंधेरी (पूर्व) अंबावाड़ी स्थित संस्था कार्यालय प्रांगण में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे स्थानीय विधायक मुरजी पटेल (काका)। विशेष अतिथियों में प्रमुख आरटीआई विशेषज्ञ अनिल गलगली, भाजपा मुंबई उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह, समाजसेवी गणेश अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता रामाश्रय उपाध्याय, संस्था महामंत्री अधिवक्ता अशोक मिश्रा, कामगार नेता विकास तिवारी, युवा समाजसेवी प्रमोद श्यामाचरण पांडेय, रवि सिंह, संस्था उपाध्यक्ष प्रभाकर शुक्ला, तथा अपंग आकांक्षा अध्यक्ष वसंत अंबोरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

इस अवसर पर विधायक मुरजी पटेल (काका), संस्था अध्यक्ष टी. एन. दुबे एवं अन्य अतिथियों द्वारा 200 दिव्यांग जनों को घरेलू उपयोगी सामग्री और मिष्ठान का वितरण किया गया। विधायक पटेल ने संस्था द्वारा किए जा रहे सेवाकार्यों की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसे आयोजन समाज में संवेदना और आत्मनिर्भरता का दीप प्रज्वलित करते हैं।”

कार्यक्रम के सफल संचालन में संस्था सचिव प्रशांत चारी, मीना पटेकर, मदन सितप, संतोष दुबे, गुरुजस यादव, विनय दुबे, अमित खरवार, राम प्रजापति, पिंटू उपाध्याय, धीरज सिंह, हितेश दुबे, रज्जाक बिलखिया, राम ठाकुर, अनिल तिवारी, पवन दुबे, गुलाबदत्त तिवारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जनों का विशेष योगदान रहा।

Thursday, 2 October 2025

दादर स्टेशन पर स्वच्छता व जनजागृति अभियान

दादर स्टेशन पर स्वच्छता व जनजागृति अभियान

प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू पखवाड़ा और महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजन

भारत के प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से प्रारंभ हुए सेवा पखवाड़ा तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में दादर स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 12 पर सफाई अभियान और जनजागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। आयोजन की पहल रमाकांत गुप्ता, अध्यक्ष, युवा जन मंच 9 ने की।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी देवमनी तिवारी, सामी शेख, प्रभाकर राय, खुशबू परमार, जयप्रकाश दुबे और राजेश कुमकर उपस्थित रहे।

महात्मा गांधी सदैव स्वच्छता को राष्ट्र निर्माण का आधार मानते थे। उनकी 150वीं जयंती से लेकर आज तक देश में स्वच्छ भारत अभियान एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है। दादर स्टेशन पर आयोजित यह अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यात्रियों में जागरूकता फैलाने और नागरिकों को अपने आस-पास स्वच्छ रखने की प्रेरणा देने का भी कार्य किया।

Monday, 29 September 2025

सेवा पखवाड़ा में रीता सिंह फाउंडेशन का ‘नमो नेत्र संजीवनी अभियान’ एवं रक्तदान शिविर सफलतापूर्वक संपन्न

सेवा पखवाड़ा में रीता सिंह फाउंडेशन का ‘नमो नेत्र संजीवनी अभियान’ एवं रक्तदान शिविर सफलतापूर्वक संपन्न 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित “सेवा पखवाड़ा” के अंतर्गत रीता सिंह फाउंडेशन द्वारा रविवार की देर शाम दिंडोशी (पूर्व) के तानाजी नगर स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल परिसर में रक्तदान शिविर एवं नमो नेत्र संजीवनी अभियान (विशाल नेत्र शिविर) का सफल आयोजन किया गया।

इस शिविर में 128 लोगों ने रक्तदान किया, 1,380 लाभार्थियों को निःशुल्क चश्मों का वितरण किया गया तथा 200 से अधिक जरूरतमंदों को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु कूपन प्रदान किए गए। इसके अलावा जरूरतमंदों को मुफ्त मल्टीविटामिन, विटामिन C, B और आयरन की दवाइयाँ भी वितरित की गईं। शिविर में ब्रह्मकुमारीज हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने सेवाएँ दीं।

यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अनुशंसा, विधायक राजहंस सिंह एवं भाजपा मुंबई अध्यक्ष अमित साटम के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

आरटीआई विशेषज्ञ, वरिष्ठ पत्रकार एवं ‘अग्निशिला’ के संपादक अनिल गलगली की गरिमामयी उपस्थिति ने सभी कार्यकर्ताओं व लाभार्थियों का उत्साहवर्धन किया। 

इस सेवा कार्य को सफल बनाने हेतु रीता सिंह फाउंडेशन के समर्पित कार्यकर्ता, तानाजी नगर मंडल अध्यक्ष रामकुमार पांडे, महामंत्री जे. पी. सिंह, महामंत्री अरविंद, महिला एवं युवा पदाधिकारी तथा अन्य सभी सहयोगियों ने विशेष परिश्रम किया।

इस मौके पर राजन सिंह, सरबजीत सिंह, आनंद सिंह सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

Friday, 26 September 2025

मुलुंड में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का भव्य शुभारंभ

मुलुंड में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का भव्य शुभारंभ

आईएएस, आईपीएस, आईआरएस जैसी उच्चस्तरीय परीक्षाओं की तैयारी हेतु विद्यार्थियों को मिलेगा निःशुल्क मार्गदर्शन

युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और करियर निर्माण को ध्यान में रखते हुए पूर्व सांसद मनोज कोटक के मार्गदर्शन तथा प्रख्यात करियर काउंसलर व्रज पटेल के नेतृत्व में “युवक प्रेरणा फाउंडेशन” और “महर्षि दयानंद फाउंडेशन आईएएस अकादमी” के संयुक्त उपक्रम के रूप में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का शुभारंभ मुलुंड (पश्चिम) स्थित बी.एम.सी. मार्केट बिल्डिंग, त्रिदेव टॉवर के समीप भक्ति मार्ग पर किया गया।

इस अवसर पर महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण एवं चाणक्य मंडल परिवार के संस्थापक, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी ने संयुक्त रूप से अध्ययनिका का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में विधायक मिहिर कोटेचा, टी-वार्ड की सहायक आयुक्त योगिता कोल्हे, अनिल गलगली, अनिल त्रिवेदी, उदय प्रताप सिंह, प्रकाश बाल जोशी, प्रकाश गंगाधरे, बिंदू त्रिवेदी, जयप्रकाश सिंह और सामाजिक क्षेत्र के अग्रणी, पत्रकार व गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

अध्ययनिका में 10,000 से अधिक पुस्तकों का समृद्ध संग्रह, विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क I.Q. व अभिक्षमता परीक्षण, करियर काउंसलिंग एवं कोचिंग सुविधा उपलब्ध हैI 

UPSC, MPSC, बैंकिंग, रेलवे, डिफेंस, नीट, IIT-JEE, CA, CS, MBA, LLB, GMAT आदि परीक्षाओं की तैयारी हेतु आवश्यक मार्गदर्शन इस अध्ययनिका का उद्देश्य है। मध्यमवर्गीय परिवारों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को महंगी फीस का बोझ न उठाना पड़े और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मार्गदर्शन व अध्ययन सामग्री निःशुल्क उपलब्ध हो।

सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी ने कहा कि के युग में प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से केवल करियर ही नहीं, बल्कि देशसेवा का भी मार्ग प्रशस्त होता है। लेकिन गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन और अध्ययन सामग्री की कमी के कारण अनेक होनहार विद्यार्थी पिछड़ जाते हैं। ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ जैसे उपक्रम विद्यार्थियों को दिशा देंगे और उनमें आत्मविश्वास जगाएँगे। यह स्थान केवल वाचनालय नहीं, बल्कि युवाओं के सपनों को साकार करने का प्रेरणास्थल बनेगा।”

Monday, 8 September 2025

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में धूमधाम से संपन्न

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में धूमधाम से संपन्न

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, मुंबई भाजपा प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह, भवन निर्माता देवेश ठाकुर, रवि सिंह, अमर बहादुर सिंह, ओपी सिंह, यतीश सिंह, शिवशंकर सिंह, उग्रसेन सिंह, जगदीश सिंह, एड. जेडी सिंह, आजाद सिंह, दिनेश सिंह, सुरेंद्र सिंह, देवी सिंह और विकास सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित रहकर बधाई दी।

सुबह से ही विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े मान्यवर, मित्रगण एवं शुभचिंतक उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुँचते रहे।

Sunday, 31 August 2025

पूज्य श्री लोकेशानंद जी महाराज के सानिध्य में दिव्य श्रीमद्भागवत कथा संपन्न

पूज्य श्री लोकेशानंद जी महाराज के सानिध्य में दिव्य श्रीमद्भागवत कथा संपन्न

श्री जगन्नाथ जी के पावन सानिध्य में जगन्नाथपुरी धाम हॉलिडे रिसोर्ट में आयोजित दिव्य श्रीमद्भागवत कथा का तृतीय दिवस श्रद्धा और भक्ति भाव से संपन्न हुआ। कथा व्यास पीठ पर श्री नारायण भक्ति पंथ के प्रवर्तक एवं श्री श्री नारायणपुरम, शाहदा धाम के संस्थापक अनंत श्री विभूषित संत श्री लोकेशानंद जी महाराज ने भागवत प्रसंगों का रसपान कराते हुए नारायण नाम महिमा और संकीर्तन के महत्व पर प्रकाश डाला।

विशेष अवसर पर कथा में पधारे डॉ. संबित पात्रा (सांसद, पुरी एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा) ने अपने उद्बोधन में कहा कि “भगवान जगन्नाथ जी रथयात्रा के माध्यम से जनता के बीच दर्शन देने आते हैं, यह लोकतंत्र का श्रेष्ठ उदाहरण है। महाप्रभु को छप्पन भोग सहित जो भात, दाल और परंपरागत सब्ज़ियों का भोजन अर्पित किया जाता है, वह सदियों से वैसा ही है। आयातित अन्न या सब्ज़ियों (जैसे टमाटर, मूली, आलू आदि) का रसोई में प्रवेश वर्जित है। इससे बड़ा राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक अस्मिता का संदेश और क्या हो सकता है!”

कथा में अयोध्या से पधारे महामंडलेश्वर श्री राघवाचार्य जी महाराज ने आशीर्वचन दिए। साथ ही पं. कैलाश जी (बगलामुखी तारा शक्ति पीठ, बिजाना, शाजापुर) तथा श्री अलीजा सरकार हनुमान मंदिर, इंदौर के महंत जी का भी पावन सानिध्य मिला।

कार्यक्रम के मुख्य यजमान महेंद्र पीडी अग्रवाल व प्राची अग्रवाल सुपुत्र युवराज रहे, जिन्होंने अतिथियों का आदरपूर्वक स्वागत किया। इस मौके पर श्री नारायण भक्त पंथ, मुंबई के अध्यक्ष अनिल गलगली, सचिव हितेश शेट्टी, भाजपा मध्यप्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोसिया सहित अनेक मान्यवर उपस्थित रहे।

मुंबई, इंदौर, उज्जैन, रामपुरा, कल्याणपुरा, भोपाल, आलोट व शाहदा से आए नारायण भक्तों ने इस दिव्य कथा का धर्मलाभ लिया।

Monday, 25 August 2025

राष्ट्र के जागरण का समय आ गया : डॉ. चिन्मय पंड्या

राष्ट्र के जागरण का समय आ गया : डॉ. चिन्मय पंड्या

देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त युवा प्रेरक डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि अब समय आ गया है जब भारत को केवल स्वयं ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व का पथप्रदर्शन करना होगा। उन्होंने कहा कि जब देश का प्रत्येक नागरिक आत्मबल, नैतिकता और आध्यात्मिकता से युक्त होगा, तभी भारत का नवजागरण संभव है और उसके माध्यम से विश्व को नई दिशा मिलेगी।

नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में बोलते हुए युवा आइकॉन डॉ. पंड्या, जो इन दिनों माता भगवती देवी शर्मा जी की जन्मशताब्दी वर्ष (2026) के अंतर्गत प्रव्रज्या पर हैं, ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युग निर्माण आंदोलन के तीन प्रमुख स्तंभ — विचार क्रांति, चरित्र निर्माण और व्यसन मुक्ति — आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं। नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और जीवन मूल्यों से जोड़ना ही राष्ट्र निर्माण का वास्तविक आधार है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र के जागरण का समय आ चुका है। अब केवल देखने और सुनने से काम नहीं चलेगा, बल्कि सक्रिय होकर तैयारी के साथ राष्ट्र निर्माण की भूमिका निभानी होगी।

इस अवसर पर उपस्थित युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों और वरिष्ठ नागरिकों ने डॉ. पंड्या के विचारों को आत्मसात करते हुए यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वास्थ्य, सदाचार, समाजसेवा और राष्ट्रप्रेम को अपनाते हुए नवयुग के निर्माण में सहभागी बनेंगे।

समारोह में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके ने भी अपने विचार साझा किए। सारस्वत अतिथि के रूप में स्वामी ब्रह्मबिहारी जी (प्रमुख – अंतर्राष्ट्रीय संबंध, स्वामीनारायण संस्थान) और स्वामी अक्षर वत्सल दास जी (अध्यक्ष, अक्षरधाम नई दिल्ली) ने भी सभा को संबोधित किया।

समारोह के दौरान युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या ने सभी विशिष्ट अतिथियों को तुलसी का पौधा एवं नवयुग का संविधान भेंट कर सम्मानित किया। यह प्रतीकात्मक भेंट पर्यावरण चेतना एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण का संदेश लिए हुए थी।

Tuesday, 12 August 2025

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

पश्चिमी देशों के युवा अब तेजी से भारतीय संस्कृति और जीवनशैली की ओर आकर्षित हो रहे हैं। योग, ध्यान और आध्यात्मिकता उनके जीवन का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं। यह विचार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने व्यक्त किए। वे हाल ही में अपने 18 दिवसीय यूरोप, अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और लातविया प्रवास से लौटे हैं।

हरिद्वार में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. पण्ड्या ने बताया कि विदेशों में युवाओं के बीच भारतीय संस्कृति को लेकर नई जागरूकता और उत्सुकता का माहौल है। विशेषकर यूरोप और उत्तर अमेरिका में युवा वर्ग केवल योग और ध्यान को शारीरिक व्यायाम के रूप में नहीं देख रहा, बल्कि इसे एक समग्र जीवनशैली के रूप में अपना रहा है। वे संतुलित आहार, संयमित व्यवहार और प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने को भारतीय जीवन दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा मानते हैं।

डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भौतिकतावादी जीवनशैली से उत्पन्न तनाव और अकेलापन विदेशों के युवाओं में गहराई से महसूस किया जा रहा है। ऐसे में भारतीय परंपरा में निहित आध्यात्मिकता, ध्यान और आत्मिक शांति का मार्ग उन्हें भीतर से मजबूत बनाने में सहायक हो रहा है।

उन्होंने बताया कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय भारत सहित अनेक देशों में सेमिनार, योग शिविर और यज्ञीय आयोजनों के माध्यम से भारतीय मूल्यों को आगे बढ़ा रहा है। इससे विदेशी युवाओं को न केवल भारत की प्राचीन परंपराओं से परिचित कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें आत्मविकास और मानसिक संतुलन का मार्ग भी दिखाया जा रहा है।

2026 में वंदनीया भगवती देवी शर्मा जी की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में भारत और विदेशों में “ज्योति कलश यात्रा” निकाली जा रही है। डॉ. पण्ड्या ने बताया कि शिकागो, कनाडा और विनिपेग जैसे शहरों में इस यात्रा में स्थानीय युवाओं की विशेष भागीदारी रही।

अपने विचार साझा करते हुए डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भारतीय संस्कृति का वैश्वीकरण कोई नया विषय नहीं है, लेकिन अब यह एक संगठित और उद्देश्यपूर्ण आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता विश्व में और अधिक प्रभावशाली रूप से अपनी छाप छोड़ेगी और इसमें भारत की युवा पीढ़ी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

पश्चिमी देशों के युवा अब तेजी से भारतीय संस्कृति और जीवनशैली की ओर आकर्षित हो रहे हैं। योग, ध्यान और आध्यात्मिकता उनके जीवन का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं। यह विचार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने व्यक्त किए। वे हाल ही में अपने 18 दिवसीय यूरोप, अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और लातविया प्रवास से लौटे हैं।

हरिद्वार में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. पण्ड्या ने बताया कि विदेशों में युवाओं के बीच भारतीय संस्कृति को लेकर नई जागरूकता और उत्सुकता का माहौल है। विशेषकर यूरोप और उत्तर अमेरिका में युवा वर्ग केवल योग और ध्यान को शारीरिक व्यायाम के रूप में नहीं देख रहा, बल्कि इसे एक समग्र जीवनशैली के रूप में अपना रहा है। वे संतुलित आहार, संयमित व्यवहार और प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने को भारतीय जीवन दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा मानते हैं।

डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भौतिकतावादी जीवनशैली से उत्पन्न तनाव और अकेलापन विदेशों के युवाओं में गहराई से महसूस किया जा रहा है। ऐसे में भारतीय परंपरा में निहित आध्यात्मिकता, ध्यान और आत्मिक शांति का मार्ग उन्हें भीतर से मजबूत बनाने में सहायक हो रहा है।

उन्होंने बताया कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय भारत सहित अनेक देशों में सेमिनार, योग शिविर और यज्ञीय आयोजनों के माध्यम से भारतीय मूल्यों को आगे बढ़ा रहा है। इससे विदेशी युवाओं को न केवल भारत की प्राचीन परंपराओं से परिचित कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें आत्मविकास और मानसिक संतुलन का मार्ग भी दिखाया जा रहा है।

2026 में वंदनीया भगवती देवी शर्मा जी की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में भारत और विदेशों में “ज्योति कलश यात्रा” निकाली जा रही है। डॉ. पण्ड्या ने बताया कि शिकागो, कनाडा और विनिपेग जैसे शहरों में इस यात्रा में स्थानीय युवाओं की विशेष भागीदारी रही।

अपने विचार साझा करते हुए डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भारतीय संस्कृति का वैश्वीकरण कोई नया विषय नहीं है, लेकिन अब यह एक संगठित और उद्देश्यपूर्ण आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता विश्व में और अधिक प्रभावशाली रूप से अपनी छाप छोड़ेगी और इसमें भारत की युवा पीढ़ी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

Saturday, 26 July 2025

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में ध्यान-साधना के साथ नवशैक्षणिक सत्र का शुभारंभ

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में ध्यान-साधना के साथ नवशैक्षणिक सत्र का शुभारंभ

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय (देसंविवि), शांतिकुंज में नवप्रवेशी विद्यार्थियों ने नवीन शैक्षणिक सत्र का आरंभ आध्यात्मिक वातावरण में ध्यान-साधना के माध्यम से किया। विश्वविद्यालय की परंपरा के अनुरूप भारत व नेपाल सहित विभिन्न देशों से आए सैकड़ों विद्यार्थियों ने युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा जी की पावन समाधि स्थल पर सामूहिक ध्यान में भाग लिया।

इस अवसर पर विद्यार्थियों ने ‘ज्योति अवधारण साधना’ के माध्यम से आत्मचिंतन और आंतरिक अनुशासन की दिशा में अपने पहले कदम बढ़ाए। देसंविवि में अद्वितीय पाठ्यक्रमों के साथ-साथ जीवन मूल्यों और आध्यात्मिक संस्कारों पर बल दिए जाने के कारण यह संस्था आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनती जा रही है।

शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहे, बल्कि उसमें नैतिकता, आत्मविकास और सामाजिक उत्तरदायित्व का समावेश भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देसंविवि शिक्षा के साथ संस्कारों को भी समाहित करता है, जिससे विद्यार्थी एक संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण कर सकें।

उन्होंने युग निर्माण सत्संकल्प के 18 सूत्रों की चर्चा करते हुए विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन के अभीष्ट लक्ष्य को सदैव स्मरण में रखें। इस अवसर पर  उदय किशोर मिश्रा, सौरभ मिश्रा आदि वक्ताओं ने भी युवाओं का मार्गदर्शन किया।

शैक्षणिक सत्र की इस आध्यात्मिक शुरुआत से विद्यार्थियों में उत्साह, आत्मविश्वास और एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार देखने को मिला। उल्लेखनीय है कि देसंविवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी स्वयं समय-समय पर कक्षाएं लेकर ‘जीवन प्रबंधन’, ‘गीता’, ‘रामचरितमानस’ आदि विषयों के माध्यम से विद्यार्थियों को जीवन के नवीन दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।

Wednesday, 23 July 2025

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ की ऐतिहासिक घोषणा — धर्म मामलों के लिए 'धर्मनिर्णयालय' की स्थापना

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ की ऐतिहासिक घोषणा — धर्म मामलों के लिए 'धर्मनिर्णयालय' की स्थापना

धर्म के निर्णय अब धर्माचार्य करेंगे, न्यायालय का भार होगा कम


परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ ने आज एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए धार्मिक मामलों की सुनवाई के लिए ‘धर्मनिर्णयालय’ की स्थापना की औपचारिक घोषणा की है। मुंबई के बोरिवली स्थित कोरा केंद्र में आयोजित प्रेस वार्ता को वे संबोधित कर रहे रहे थे।

शंकराचार्य जी ने कहा कि "कोई समय था जब न राजा था, न न्यायाधीश, केवल धर्म ही समाज को नियंत्रित करता था। आज जब अदालतों में धार्मिक मामलों की गहराई को समझे बिना निर्णय होते हैं, तब यह आवश्यक हो गया है कि धर्म से जुड़े मुद्दों का निर्णय धर्माचार्य करें, न कि न्यायिक प्रोसीजर के अधीन।"



धर्मनिर्णयालय –एक नई पहल

शंकराचार्य जी ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज कुम्भ पर्व के दौरान आयोजित परमधर्म संसद १००८ (26 जनवरी 2025) में धर्मनिर्णयालय की स्थापना का निर्णय लिया गया था। अब इसकी औपचारिक घोषणा की जा रही है। इस न्यायालय में धार्मिक विवादों का निपटारा धर्मशास्त्र, परंपरा और वेदों के आधार पर किया जाएगा।

‘गाय-गवय’ में भेद जरूरी

उन्होंने गाय और गवय के भेद पर भी विस्तार से बात की और सुप्रीम कोर्ट की उस टिप्पणी पर आपत्ति जताई जिसमें 'गाय में क्या भेद' कहा गया था।  “अगर सब दूध एक समान है, तो A2 और A1 मिल्क में भेद क्यों? गाय का दूध और कुत्ते का दूध बराबर क्यों नहीं माना जाता? जो मांसाहारी आहार लेने वाली संकर या विदेशी गायें हैं, वे भारतीय संस्कृति की दृष्टि से गौमाता नहीं कही जा सकतीं।”



गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग

शंकराचार्य जी ने भारत सरकार से गौमाता को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने की भी पुरज़ोर माँग की। इसके लिए 33 कोटि आहुति यज्ञ का आयोजन देशभर में चल रहा है और मुंबई में भी गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ प्रारंभ हो चुका है।

निर्दोष छूटे, तो दोषी का नाम भी सामने आना चाहिए

उन्होंने 2006 मुंबई ट्रेन बम विस्फोट की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि “यदि 19 वर्षों बाद 11 आरोपी बरी हुए, तो असली अपराधी कहाँ हैं? जब निर्दोष को छोड़ा जाता है, तो दोषी को भी उजागर करना न्याय का ही हिस्सा है।”



कबूतरों के अस्तित्व को मिटाना क्रूरता

वर्तमान में मुंबई में कबूतरों को भगाने या दाना न डालने की नीति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि “पक्षियों को दाना डालना परंपरा रही है। शासक का कर्तव्य है कि वह सभी प्राणियों के अस्तित्व और सह-अस्तित्व का सम्मान करे। चीन में चिड़ियों को मारने से खाद्य श्रृंखला टूट गई थी – हमें प्रकृति से यह सबक लेना होगा।”

धर्म, संस्कृति और प्रकृति – तीनों के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए शंकराचार्य जी ने आज जो उद्घोषणा की, वह भारतीय समाज की आत्मा की पुनर्स्थापना की दिशा में एक कदम है। उनका यह ऐतिहासिक संदेश देश की सामाजिक, धार्मिक और न्यायिक चेतना को एक नई दिशा देने वाला सिद्ध हो सकता है।

Tuesday, 22 July 2025

देसंविवि का 45वां ज्ञान दीक्षा समारोह सानंद संपन्न

देसंविवि का 45वां ज्ञान दीक्षा समारोह सानंद संपन्न

विद्यार्थियों के जीवन में एक नई दिशा और चेतना का आरंभ है ज्ञानदीक्षा संस्कार :  डॉ चिन्मय पण्ड्या

यह समय नये युग के लिए कदम बढ़ाने का अवसर : महंत बालकनाथ योगी

कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को किया दीक्षित



देवसंस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुज में 45वां ज्ञान दीक्षा संस्कार समारोह अत्यंत श्रद्धा, गरिमा एवं उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। समारोह का शुभारंभ यूपीईएस के कुलाधिपति डॉ सुनील राय, कुलपति शरद पारधी एवं प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। ज्ञानदीक्षा समारोह में बिहार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, गुजरात, केरल, उप्र, उत्तराखण्ड, राजस्थान आदि राज्यों तथा नेपाल सहित कई देशों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।  


समारोह के मुख्य अतिथि बाबा मस्तनाथ विवि रोहतक के कुलाधिपति महंत बालकनाथ योगी ने कहा कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में आधुनिक शिक्षा के साथ भारतीय संस्कृति, संस्कार और अध्यात्म को समान रूप से महत्व दिया जाता है। यहाँ का वातावरण विद्यार्थियों को समग्र विकास की ओर प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि यह समय नये युग के लिए कदम बढ़ाने का अवसर है। यहाँ प्राप्त सद्ज्ञान के प्रकाश तथा भारत के वैभव, संस्कृति को विश्व भर में फैलायेंगे, ऐसा विश्वास है। श्री योगी व्यक्ति के जीवन का मूल मंत्र को जानने, समझने के लिए विविध उपाय सुझाया।


युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि ज्ञान दीक्षा केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के जीवन में एक नई दिशा और चेतना का आरंभ है। यह संस्कार उन्हें विश्वविद्यालय के आदर्शों, अनुशासन और सेवा परंपरा से जोड़ता है। युवा आइकॉन ने कहा कि जीवन में जब भगवान आते हैं, तो सौभाग्य का अवतरण होता है और जो भगवान के सहयोगी बनते हैं, उनका नाम ही अमर होता है। कबीर, सुरदास, पं श्रीराम शर्मा आचार्य जी आदि इसके प्रत्यक्ष उदाहरण है। पेट्रोलियम एवं उर्जा अध्ययन विवि के कुलाधिपति डॉ सुनील राय ने श्रद्धा, प्रसन्नता और रूपरेखा को मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताया।  इससे पूर्व कुलपति शरद पारधी ने समारोह में उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों, अभिभावकों और सहयोगीगण का स्वागत किया।
इस अवसर पर देसंविवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या स्नातक, परास्तानक एवं पीएचडी के नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं से वर्चुअल जुड़े और वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधिपूर्वक ज्ञान दीक्षा प्रदान की।


समारोह की शुरुआत वैदिक मंगलाचरण के साथ प्रज्ञागीत से हुआ, जिसमें सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया। दीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ जीवन मूल्यों, सेवा-भावना एवं भारतीय संस्कृति के आदर्शों का बोध कराया गया। इस दौरान युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या ने अतिथियों को गायत्री मंत्र चादर, युगसाहित्य एवं विवि के प्रतीक चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया। अतिथियों ने रेनांसा, अनाहद पत्रिका का विमोचन किया। इस अवसर पर शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि, विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण, अधिकारीगण, अभिभावक तथा छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

Thursday, 17 July 2025

मुंबई में गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ का भव्य शुभारम्भ शंकराचार्य जी के दिव्य सान्निध्य में

मुंबई में गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ का भव्य शुभारम्भ शंकराचार्य जी के दिव्य सान्निध्य में

परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के दिव्य सान्निध्य में मुंबई के कोराकेन्द्र स्थित चातुर्मास्य स्थल पर 100 कुण्डीय गो-प्रतिष्ठा महायज्ञ का विधिवत शुभारम्भ हुआ।

यह यज्ञ महाराष्ट्र मूल के काशीवासी कृष्ण यजुर्वेदाचार्य पं. श्री वीरेश्वर दातार के आचार्यत्व में प्रारंभ हुआ। आचार्य पं. अनिमेष जी एवं आचार्य पं. सुधीर जी भी इस यज्ञ में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।

परमाराध्य की ओर से नैष्ठिक ब्रह्मचारी परमात्मानंद जी यज्ञीय कर्मकाण्डों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यज्ञ में मुंबई के प्रमुख पण्डितों सहित देश के विभिन्न भागों से आए वैदिक आचार्य भी सम्मिलित हुए हैं।

यह महायज्ञ प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होकर चातुर्मास्य भर चलेगा।

शंकराचार्य जी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने बताया कि परमाराध्य का संकल्प है कि गौमाता के अंग-प्रत्यंगों में निवास करने वाले 33 करोड़ देवी-देवताओं को आहुतियाँ समर्पित की जाएँ। प्रयागराज कुंभ महापर्व में पूर्व में 2 करोड़ 62 लाख आहुतियाँ दी जा चुकी हैं, अब मुंबई में इस संख्या को और अधिक बढ़ाया जाएगा।

चातुर्मास्य आयोजकों द्वारा एक विशेष मोबाइल एप भी विकसित किया गया है, जिससे देश-विदेश में रहने वाले सनातनी श्रद्धालु इस यज्ञ में ऑनलाइन भागीदारी एवं सहयोग कर सकते हैं।

Friday, 11 July 2025

स्वानंद बाबा आश्रम में गुरुपूर्णिमा उत्सव का भव्य आयोजन

स्वानंद बाबा आश्रम में गुरुपूर्णिमा उत्सव का भव्य आयोजन

गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर स्वानंद बाबा आश्रम में श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में समारोह का आयोजन किया गया। आश्रम के ट्रस्टी और बाबा के प्रमुख शिष्य प्रेम शुक्ल ने सपरिवार स्वानंद बाबा की समाधि का पूजन, दुग्धाभिषेक और हवन संपन्न कराया।

इस अवसर पर गायक शिवसागर मिश्र के नेतृत्व में संगीतमय सुंदरकांड पाठ आयोजित किया गया, जिसमें भक्तों ने भावविभोर होकर भाग लिया। पूरे वातावरण में भक्ति और श्रद्धा की मधुर गूंज सुनाई दी।

समारोह में प्रमुख रूप से पं. दुर्गाप्रसाद पाठक, शांति शुक्ला, प्रेम मेघनानी, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, श्री सिद्धिविनायक मंदिर के कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी, मुंबई भाजपा के प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह, वरिष्ठ पत्रकार तुलसीदास भोईटे, अभय मिश्रा, विजय सिंह कौशिक, सूर्यप्रकाश मिश्र, आनंद मिश्रा, राजेश विक्रांत, श्रीनारायण तिवारी, वीरेंद्र मिश्रा, पुष्पराज मिश्रा, नागेंद्र शुक्ला, महेश शर्मा, राकेश पांडे, लोकगायक सुरेश शुक्ला,ओमप्रकाश मिश्र, अनिल मिश्र, दीपक सिंह, संजीव साहू, गुड्डू पाठक, संतोष पाठक, गामा मिश्र, सोनू सिंह सुरीला सहित अनेक श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का उद्देश्य गुरुतत्त्व के महत्व को उजागर करना और स्वानंद बाबा की शिक्षाओं का स्मरण करते हुए समाज में उनके संदेश को आगे बढ़ाना था।