Friday, 17 October 2025

देव संस्कृति विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

देव संस्कृति विश्वविद्यालय में ‘राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

मीडिया की भूमिका सशक्त हो — दत्तात्रेय होसबोले

पत्रकारों को संस्कृति के विस्तार में योगदान देना चाहिए — डॉ. चिन्मय पण्ड्या


देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में शुक्रवार को “राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले, विश्वविद्यालय के कुलपति श्री शरद पारधी, प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या, तथा पूर्व सांसद श्री तरुण विजय सहित अन्य अतिथियों द्वारा सामूहिक दीप प्रज्वलन से हुआ।

दिनभर चले इस सम्मेलन में कुल पाँच सत्र आयोजित हुए, जिनमें वक्ताओं ने मीडिया को भारत के नैतिक व सांस्कृतिक उत्थान का आधार बनाने का आह्वान किया।

मुख्य अतिथि श्री दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मीडिया को राष्ट्र निर्माण में सशक्त भूमिका निभानी चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम के समय हमारे महानायकों ने मीडिया के विभिन्न माध्यमों से जनजागरण किया। आज भी पत्रकारों को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाते हुए समाज में सशक्तिकरण, नारी जागरण और राष्ट्रहित के मुद्दों को प्राथमिकता दें।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि पत्रकारों को संवेदनशील होना चाहिए और वे ऐसी ही खबरें प्रसारित करें जो समाज और राष्ट्र के विकास में सहायक हों। उन्होंने कहा कि अनीति, असुरता और भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का समय आ गया है।

इस अवसर पर प्राच्यम स्टूडियोज के सीईओ श्री प्रवीण चतुर्वेदी, सुदर्शन चैनल के मुख्य संपादक श्री सुरेश चव्हाण, पूर्व सूचना आयुक्त श्री उदय माहूरकर, तथा पूर्व सांसद श्री तरुण विजय सहित देशभर से आये मीडिया विशेषज्ञों, लेखकों, फिल्मकारों और पत्रकारों ने अपने विचार साझा किए।

दिल्ली, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आए मीडिया जगत के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने पाँच अलग-अलग सत्रों में राष्ट्र निर्माण में मीडिया की दिशा और दायित्व पर गहन चर्चा की। विशेषज्ञों ने कहा कि आज मीडिया केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्र को दिशा देने वाली सशक्त शक्ति बन चुका है।

सम्मेलन में अखिल विश्व गायत्री परिवार के सैकड़ों स्वयंसेवकों की उपस्थिति ने आयोजन को वैचारिक और सांस्कृतिक गहराई प्रदान की। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्वानों ने स्पिरिचुअल जर्नलिज़्म (आध्यात्मिक पत्रकारिता) की आवश्यकता पर भी विशेष चर्चा की।

उद्घाटन सत्र में हरिद्वार और मुंबई से आये वरिष्ठ पत्रकार श्री अनिल गलगली, अमित नारायण सहित विभिन्न राज्यों के पत्रकारों को युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या, श्री दत्तात्रेय होसबोले एवं अतिथियों ने सम्मानित किया। इस अवसर पर “अखण्ड ज्योति” की आध्यात्मिक यात्रा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री, संस्कृति संचार और रिनासा पत्रिकाओं के नये अंक तथा कई पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। कुलपति एवं प्रतिकुलपति ने अतिथियों को विश्वविद्यालय का प्रतीक चिह्न, गंगाजली और रुद्राक्षमाला भेंट कर सम्मानित किया।

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