Monday, 1 July 2019

नवंबर 2019 में शुरु होगा बीकेसी- पूर्व द्रुतगती महामार्ग वाया चुनाभट्टी एलिवेटेड मार्ग

वांद्रे -कुर्ला संकुल ( जी- ब्लॉक) से पूर्व द्रुतगती महामार्ग के बीच एलिवेटेड मार्ग और वी एन पुरव मार्ग पर चुनाभट्टी स्थित रेलवे क्रॉसिंग के स्थान पर उड्डाणपूल का काम विभिन्न वजह से अधर में लटका हैं और मुख्य पुल का काम पूर्ण होते ही यातायात को नवंबर 2019 को शुरु करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एमएमआरडीए प्रशासन ने दी हैं। इस एलिवेटेड मार्ग से वाहनचालकों को कुर्ला और सायन से टर्न लेने की आवश्यकता नहीं हिगी और यहां की यातायात की जटिल समस्या भी दूर होगी।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एमएमआरडीए प्रशासनसे वांद्रे -कुर्ला संकुल ( जी- ब्लॉक) से पूर्व द्रुतगती महामार्ग के बीच एलिवेटेड मार्ग एवं वी एन पुरव मार्ग पर स्थित चुनाभट्टी में रेलवे क्रॉसिंग के स्थान पर रेलवे उड्डाणपूल काम की जानकारी मांगी थी। एमएमआरडीए प्रशासन के कार्यकारी अभियंता अ. रा. भिसीकर ने अनिल गलगली को बताया कि 16 अगस्त 2014 को 155 करोड़ 70 लाख की प्रशासकीय मान्यता थी। अबतक 136 करोड़ रुपए खर्च हुआ हैं और मेसर्स जे कुमार इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड काम कर रही हैं। 21 अप्रैल 2015 को कार्यारंभ आदेश जारी किया था और  31 अक्टूबर 2018 तक काम पूर्ण करने की मियाद थी। 31 अक्टूबर 2019 यह काम को पूर्ण करने की नई डेडलाइन हैं और नवंबर 2019 के महीने में यह पूल यातायात के लिए शुरु किया जाएगा।

एमएमआरडीए प्रशासन ने काम में हुई देरी की लंबी फेहरिस्त दी हैं। इसमें सार्वजनिक निर्माण एवं यातायात पुलिस की सूचना के अनुसार सर्विस रोड के दोनों ओर जलवाहिनी बनाना और मुख्य रोड यह सर्विस रोड से जोड़कर यातायात के लिए शुरु करने के लिए देरी हुई हैं। पूर्व द्रुतगती महामार्ग से सटकर सोमैया मैदान स्थित आरक्षित डेवेलपमेंट प्लान की जमीन रोड के लिए अधिकार में लेने के लिए लंबा समय लगा। प्रेमनगर स्थित योजना से प्रभावितों का सर्वेक्षण एवं पुर्नवास कर वहाँ की जमीन अधिकार में प्राप्त करना तथा टाटा कंपनी की 110 केवीए एचटी लाईन और दो टॉवर का स्थानांतरण एवं पुर्ननिर्माण करने के लिए लंबा समय लगा। मध्य और हार्बर रेलवे पर आरओबी एवं एफओबी निर्माण के लिए  रेल्वे प्रशासन से बड़ा लंबा समय लगा। चुनाभट्टी स्टेशन के पास लेवल क्रॉसिंग पर रोड का चौहरिकरण के लिए जमीन को अधिग्रहित कर योजना प्रभावितों का पुर्नवास और स्थानांतरण होने के बाद ही आरओबी का काम हाथ में लिया जाएगा।

अनिल गलगली के अनुसार एलिवेटेड मार्ग और आरओबी से कुर्ला एससीएलआर, सीएसटी रोड, सायन रेलवे स्टेशन और जेवीएलआर पर यातायात की होनेवाली दिक्कत दूर होगी और सीधे मार्ग से बीकेसी होते हुए पूर्व द्रुतगती मार्ग की ओर वाहनचालक का सफर तय होगा।


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