Monday, 1 October 2018

एम्स के तर्ज पर मुंबई सहित महाराष्ट्र में वैद्यकीय सुविधाओं से जुड़े लोगों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बाहर करे

एम्स में वैद्यकीय सुविधाओं से जुड़े लोगों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बाहर करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एम्स ने दी हैं। मुंबई सहित महाराष्ट्र में वैद्यकीय सुविधाओं से जुड़े लोगों को एम्स की तर्ज पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बाहर करने की मांग आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे पत्र में की हैं।


आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एम्स से जानकारी मांगी थी कि एम्स में डॉक्टरों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बाहर रखा हैं और उसकी जानकारी दे। एम्स के कंप्यूटर विभाग के प्रोफेसर डॉ ए शरीफ ने अनिल गलगली को बताया कि एम्स में वैद्यकीय सुविधाओं से जुड़े हुए लोगों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से बाहर रखा हैं। अनिल गलगली के अनुसार मुंबई सहित महाराष्ट्र में आज बड़े पैमाने पर अधिकारी और कर्मचारियों की कमी और बड़े पैमाने पर मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं। ऐसी स्थिती में डॉक्टर औरअन्य संबंधित कर्मचारियों को हालात के मद्देनजर काम करना पड़ता हैं और कभी कभी तो अधिक समय भी देने की जरुरत आन पड़ती हैं। लेकिन सरकार या महानगरपालिका ओवर टाईम नहीं देती हैं। इसलिए एम्स की तर्ज पर मुंबई सहित महाराष्ट्र के सरकारी, निम्म सरकारी और महानगरपालिका के अस्पतालों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस का नियम रद्द किया जाए।  


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