पुलिस सब इंस्पेक्टर के तौर पर प्रमोशन देने के लिए विभागीय अहंता परीक्षा- 2013 में वैध ठहराए गए 1500 पुलिसवालों का सब इंस्पेक्टर बनने का सपना चकनाचूर हुआ हैं। इस लिस्ट में सबसे अधिक 563 पोस्ट यह मुंबई पुलिस आयुक्तांलय के अधीन आती हैं वहीं पुणे में 94 प्रमोशन के मामले हैं। 1500 पोस्ट पर ताबड़तोड़ प्रमोशन देने की मांग आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को लिखे हुए पत्र में की हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे, गृह मंत्री अनिल देशमुख, मुख्य सचिव अजोय मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीकांत सिंह और पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल को भेजे हुए पत्र में उनका ध्यान आकर्षित किया हैं कि 3 फरवरी 2020 को विशेष पुलिस महानिरीक्षक राजेश प्रधान ने सरकारी निर्णय का हवाला देते हुए एक परिपत्रक जारी किया था। इस परिपत्रक में सरकारी निर्णय के अलावा उच्च न्यायालय ने सुनाया हुआ न्यायनिर्णय के अनुसार ओपन कैटेगिरी के अधिकारियों को तथा गुणवत्ता नुसार सीनियरटी वाले पिछड़े कैटेगिरी के अधिकारियों को प्रमोशन देने की बात स्पष्ट की गई थी। इस मामले में जिन्हें प्रमोशन मिलनेवाला हैं उनका न्यायालयीन मामला, विभागीय जांच या कोई मामला प्रस्तावित/प्रलंबित हैं क्या, कैसे और सजा भुगत रहा हैं तो उसकी विस्तृत रिपोर्ट 10 फरवरी 2020 तके उपलब्ध कराने को कहा गया था। दुर्भाग्य से आज तक इसमें से किसी एक को भी प्रमोशन नहीं दिया गया हैं।
अनिल गलगली ने मांग की हैं कि जिनकी रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं उन्हें प्रमोशन दिया जाए और अन्य पुलिस वालों को ताबड़तोड़ न्याय दिया जाए।
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