अनिल गलगली की शिकायत का असर
पश्चिम रेलवे को रेलवे सेवाओं में अग्रणी माना जाता हैं लेकिन रेल मंत्रालय शायद पश्चिम रेलवे को गंभीरता से नहीं ले रही हैं. गत 9 महीनों से पश्चिम रेलवे में महाप्रबंधक का पद रिक्त था जिसकी शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने की थी. इस शिकायत के बाद रेलवे मंत्रालय गहरी नींद से जाग उठा और अब अशोक कुमार मिश्रा यह नये महाप्रबंधक हैं.
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के बारे में विभिन्न जानकारी मांगी थी. पश्चिम रेलवे के उप मुख्य कर्मचारी अधिकारी राम प्रसाद बी ने अनिल गलगली को बताया कि पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का पद 1 फरवरी 2022 से रिक्त है. वर्तमान में प्रकाश बुटानी, जो अपर महाप्रबंधक हैं, को प्रभार दिया गया है। इस नियुक्ति के लिए सक्षम प्राधिकारी रेलवे बोर्ड है और रेलवे बोर्ड से सक्षम प्राधिकारी के नाम के बारे में जानकारी प्राप्त करने करने की सलाह दी गई हैं. अनिल गलगली ने रेल मंत्री और प्रशासन को पत्र भेजकर रिक्त पदों को तत्काल भरने की मांग की थी. अनिल गलगली की मांग को यश प्राप्त हुआ और 9 महीने के बाद पश्चिम रेलवे को महाप्रबंधक मिल ही गया.
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