Friday 28 April 2017

चुनाव के दौरान कैबिनेट बैठक से नदारद थे अधिकांश केंद्रीय मंत्री

हाल ही में संपन्न 5 राज्यों के चुनाव में मोदी सरकार का पूरा काबीना चुनाव में शत प्रतिशत व्यस्त होने से फरवरी महीने के 4 कैबिनेट की बैठक में अधिकांश केंद्रीय मंत्री नदारद थे। यह खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मंत्रिमंडल सचिवालय ने दी हुई जानकारी से हुआ हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने प्रधानमंत्री कार्यालय से जानकारी मांगी थी कि 30 जनवरी से 23 फरवरी 2017 के बीच, मंत्रिमंडल की संपन्न बैठक और उपस्थित होनेवाले मंत्रियों की जानकारी मांगी थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने गलगली का आवेदन राष्ट्रपति भवन स्थित मंत्रिमंडल सचिवालय को हस्तांतरित किया। मंत्रिमंडल सचिवालय के अवर सचिव के बंद्योपंध्याय ने अनिल गलगली को बताया कि 30 जनवरी से 23 फरवरी 2017 के बीच, मंत्रिमंडल की चार बैठकें निम्मलिखित तिथियों को हुई। मंत्रिमंडल की इन बैठकों में उपस्थित होने वाले मंत्रियों की संख्या की जानकारी देते हुए

बताया कि 1 फरवरी 2017 को कुल 38 मंत्री उपस्थित थे।  8 फरवरी 2017 को 20 मंत्री, 15 फरवरी 2017 को 12 मंत्री और 22 फरवरी 2017 को 17 मंत्री कैबिनेट की बैठक में उपस्थित थे। फरवरी में संपन्न 4 बैठकों पर गौर फरमाया तो पता चलता हैं कि पहली कैबिनेट की बैठक में 98 प्रतिशत मंत्री उपस्थित थे। दूसरी बैठक में 52 प्रतिशत, तीसरी बैठक में सिर्फ 31 प्रतिशत और चौंथी बैठक में 44 प्रतिशत मंत्री उपस्थित थे। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा 25 कैबिनेट और 13 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री हैं। उत्तरप्रदेश में 11 फरवरी से 7 चरण में चुनाव हुए। वहीं उत्तराखंड में 15 फरवरी, पंजाब और गोवा में 4 फरवरी को चुनाव के लिए मतदान हुआ था। अधिकांश मंत्री चुनाव में व्यस्त होने से कैबिनेट बैठक से नदारद थे। मंत्रिमंडल सचिवालय ने मंत्रियों के नाम देने से इंकार करते हुए तर्क दिया कि मंत्रियों के नामों सहित मंत्रिमंडल की बैठकों के उपस्थिति-पत्र मंत्रिमंडल के दस्तावेजों का हिस्सा हैं। मंत्रिमंडल की बैठकें सामान्यतया बुधवार को होती हैं। साथ ही मंत्रिमंडल की कार्यवाहियों संबंधित नियमों के अनुसार , प्रधानमंत्री किसी भी समय राष्ट्र के तात्कालिक कामकाज पर चर्चा करने के लिए मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित करने का निर्देश दे सकता हैं।

अनिल गलगली ने मोदी सरकार की पारदर्शकिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कैबिनेट बैठक में उपस्थित रहनेवाले और नदारद मंत्रियों के नाम जगजाहिर करना चाहिए क्योंकि महाराष्ट्र में कैबिनेट बैठक में उपस्थित और न उपस्थित होनेवाले मंत्रियों के नामों की जानकारी दी जाती हैं। 

No comments:

Post a Comment