Thursday, 11 August 2016

जनशिकायत कक्ष केंद्र में सिर्फ एक बार प्रकट हुए हैं रेल मंत्री सुरेश प्रभू

मुंबईवासी रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने मुंबईवासियों की सुविधा के लिए दादर पूर्व में जनशिकायत कक्ष केंद्र शुरु तो किया लेकिन गत 20 महीने में बतौर रेल मंत्री सुरेश प्रभू सिर्फ एक ही बार इस केंद्र में आने की जानकारी मध्य रेलवे प्रशासन ने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को दी हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मध्य रेल्वे प्रशासन से दादर पूर्व स्थित जनशिकायत कक्ष केंद्र की विभिन्न जानकारी मांगी थी। मध्य रेलवे के जन सूचना अधिकारी और उप महाप्रबंधक साकेत कुमार मिश्रा ने अनिल गलगली को बताया कि 9 जनवरी 2015 को दोपहर 4 बजे रेलवे मंत्री सुरेश प्रभू इस जनशिकायत कक्ष केंद्र में आए थे। उप मुख्य अभियंता( निर्माण ) के एक हिस्से में जनशिकायत कक्ष केंद्र शुरु किया गया हैं और पुराना कार्यालय पिछले हिस्से में स्थानांतरित किया गया हैं। इस कार्यालय में अब तक करीब 1600 शिकायत प्राप्त हुई हैं और रोजाना करीब 12 से 25 लोग इस कार्यालय में आते हैं। जनशिकायत कक्ष केंद्र में गाडियों का आवागमन, रखरखाव, विशिष्ट स्थान पर गाडियों को रोकना, यात्रियों की सुविधा और अन्य शिकायते प्राप्त होती हैं। खर्च की जानकारी को लेकर विरोधाभास हैं। उप मुख्य अभियंता (निर्माण ) राजीव मिश्रा ने किसी भी तरह का खर्च न होने दावा किया हैं तो वहीं जनशिकायत कक्ष केंद्र के उपसचिव प्र.म.कुलकर्णी ने छुटुर-फुटुर काम होने का दावा किया हैं। अनिल गलगली के अनुसार जनशिकायत कक्ष केंद्र रेलवे मंत्री सुरेश प्रभू ने वरीयता देकर भले ही शुरु किया हैं लेकिन वे यहां पर हमेशा बैठते हो ऐसा नहीं हैं। जिससे मुंबईकर जिन आशाओं के इस जनशिकायत कक्ष केंद्र में जाते हैं उस तुलना में शिकायतों का निवारण होता नहीं हैं। सुरेश प्रभू को कमसे कम जब वे मुंबई में होते हैं तब यहां पर बैठकर मुंबईकरों की समस्याओं को सुलझाने की आवश्यकता होने की अपील अनिल गलगली ने की हैं।

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