Tuesday, 16 August 2016
मनपा में सालाना यौन उत्पीड़न की 29 शिकायतें
मुंबई मनपा में कार्यस्थान पर यौन उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि होने से सालाना यौन उत्पीड़न की 29 शिकायतें प्राप्त होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को महिलाओं पर यौन उत्पीड़न प्रतिबंध प्रमुख अंतर्गत शिकायत कमिटी और सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र ने दी हैं। शिकायत निवारण कमिटी ने आदेश जारी करने के बाद उसका अनुपालन न हुए मामलों की जानकारी गोपनीयता के नाम पर देने से इंकार किया।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महिलांओं पर यौन उत्पीड़न प्रतिबंध प्रमुख अंतर्गत शिकायत कमिटी और सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र से महिलाओं की आनेवाली विभिन्न शिकायतों की जानकारी मांगी थी। महिलांओं पर यौन उत्पीड़न प्रतिबंध प्रमुख अंतर्गत शिकायत कमिटी और सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र की जन सूचना अधिकारी और प्रशासकीय अधिकारी रेखा काले ने अनिल गलगली को बताया कि वर्ष 2013 से वर्ष 2016 इन 4 वर्षों में कुल 118 शिकायतों की संख्या हैं। वर्तमान वर्ष 2016 में 21 से सिर्फ 4 मामले प्रलंबित हैं। गत 4 वर्ष में जिन मामलों पर फैसला लिया गया उसकी संख्या 96 प्रतिशत हैं लेकिन जिन शिकायतों में तथ्य था उनपर हुए कारवाई की जानकारी नहीं दी। इनका तर्क यह हैं कि सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र द्वारा जांच के बाद हुए निर्णय का अनुपालन वह दोषी कर्मचारी जिस आस्थापन पर कार्यरत हैं उस विभाग से होती हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महिलांओं पर यौन उत्पीडन प्रतिबंध प्रमुख अंतर्गत शिकायत कमिटी और सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र पर नियुक्त सदस्यों की जानकारी मांगी थी। अस्पताल की डॉक्टर मंडली का कमिटी पर कब्जा होने से कुल कमिटी के 16 में 8 लोग अस्पताल से जुड़े हुए हैं। इसमें अध्यक्ष, सचिव और 5 सदस्य अस्पताल के डॉक्टर वहीं एक प्रशासकीय अधिकारी हैं। इस कमिटी का गठन वर्ष 2009 में हुआ हैं। अध्यक्ष की नियुक्ती मनपा उपायुक्त ( सामान्य प्रशासन ) द्वारा भले होती हैं लेकिन अतिरिक्त आयुक्त ( पूर्व उपनगरे ) और मनपा आयुक्त की अनुमति ली जाती हैं। अध्यक्ष, सचिव
और सदस्य के कार्यकाल का पीरियड उनके रिटायरमेंट तक की हैं।
अनिल गलगली ने मनपा आयुक्त को पत्र भेजकर मांग की हैं कि जिन अधिकारी और कर्मचारियों को कमिटी ने यौन उत्पीडन मामले में दोषी पाया हैं उन दोषियों की जानकारी सार्वजनिक करते हुए मनपा की वेबसाइट पर ऑनलाइन करे ताकि लोकलज्जा के डर से ऐसे कृत्यों से लोग दूरियां बनाएंगे और यौन उत्पीडन की संख्या कम होगी। महिलांओं पर यौन उत्पीडन प्रतिबंध प्रमुख अंतर्गत शिकायत कमिटी और सावित्रीबाई फुले स्त्री संसाधन केंद्र पर नियुक्त सदस्यों के साथ अध्यक्ष एवमं सचिव का कार्यकाल निश्चित करे ताकि वहां पर किसी की लॉबी न बन पाए और मनपा के ज्येष्ठ अधिकारियों के अनुभव का लाभ होगा, ऐसी मांग अनिल गलगली ने की हैं।
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