राज्य में व्यवसाय कर को अमलीजामा विक्रीकर विभाग के जरिए अंजाम दिया जाता हैं। गत 7 वर्ष में महाराष्ट्र राज्य में रु 14047 करोड़ का प्रोफेशनल टॅक्स जमा होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को महाराष्ट्र सरकार ने हैं लेकिन जमा हुई रकम का विनियोग की जानकारी का ब्यौरा सरकार के पास उपलब्ध नहीं हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महाराष्ट्र सरकार के वित्त विभाग से महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र में लागू किए प्रोफेशनल टॅक्स की जानकारी मांगी थी। वित्त विभाग ने अनिल गलगली को बताया कि राज्य में व्यवसाय कर का कार्यान्वयन विक्रीकर विभाग के जरिए किया जाता हैं। गत 7 वर्ष में महाराष्ट्र राज्य में रु 14047 करोड़ का प्रोफेशनल टॅक्स जमा हुआ हैं। वर्ष 2010-11 में रु 1683.16 करोड़ , वर्ष 2011-12 में रु 1768.01 करोड़ , वर्ष 2012-13 में रु 1817.22 करोड़, वर्ष 2013-14 में रु 2146.68 करोड़, वर्ष 2014-15 में रु 2166.34 करोड़, वर्ष 2015-16 में रु 2169.13 करोड़ और वर्ष 2016-17 में रु 2295.92 करोड़ ऐसी रकम जमा हुई हैं।
प्रोफेशनल टॅक्स की जमा हुई रकम किस किस काम के लिए इस्तेमाल की गई, इसपर अनिल गलगली ने जानकारी मांगी थी। इस पर गलगली ने जानकारी दी कि प्रोफेशनल टॅक्स यह राज्य की एकत्रित निधी में जमा होती हैं। एकत्रित निधी में जमा हुई रकम विभिन्न काम के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। इससे प्रोफेशनल टॅक्स में जमा हुई रकम किस किस काम के लिए इस्तेमाल हुई, इसका अलग ब्यौरा नहीं दिया जा सकता हैं। अनिल गलगली के अनुसार यह निधी रोजगार गारंटी योजना के लिए खर्च करने की जरुरत थी इसके बावजूद इसे एकत्रित निधी में जमा करना गलत हैं। सरकार इसकी जानकारी को सार्वजनिक करे।
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