Saturday, 7 April 2018

सरकारी अस्पतालों का निजीकरण पर विरोध

महाराष्ट्र की जनता के लिए स्वास्थ्य सेवा सरकारी स्तर पर शुरु हैं लेकिन इस स्वास्थ्य सेवा का व्यापारीकरण होने से सरकार अब निजीकरण की ओर जा रही हैं। इस निजीकरण के खिलाफ विश्व स्वास्थ्य दिन के उपलक्ष्य पर ठाणे में मोर्चा निकाला गया।

लोकजागृती सामाजिक संस्था द्वारा शिवाजी मैदान, तलावपाली से सिविल अस्पताल वाया जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकाला गया। संस्था की अध्यक्ष स्वाती पाटील,आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली,डॉ श्रीकृष्ण ढोणे की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने निवासी उपजिलाधिकारी डॉ शिवाजी पाटील और सिव्हिल सर्जन डॉ केम्पी पाटील से मुलाकात कर विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस आंदोलन में  सरकार के उस परिपत्रक का विरोध किया गया जिसमें 300 कॉट वाले सरकारी अस्पताल का निजीकरण करने का संकेत दिया है। सरकार ने इस मामले का अध्ययन करने के लिए 3 सदस्यीय कमिटी का गठन किया हैं।

इस मौके पर विनोद साडविलकर (सीडीएफ मुंबई), डॉ. मिरजकर (सीडीएफ मुंबई), वीणा दळी, रजनी ढोणे, विश्वनाथ सावंत,चंद्रकांत यादव, प्रकाश वाघ, जितेंद्र तांडेल, अविनाश कदम, श्रेया निमोणकर, मिलिंद निमोणकर, कमला राव, श्रुती गमरे, सुखबीर कौर, संदीप पाटील, भरत खैरे, राजू शेलके एवं स्वास्थ्य अभियान से जुड़े कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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