मनपा के 1916 इस शिकायत क्रमांक पर शिकायतों की
बौछार में गिरावट आई हैं लेकिन गत 33 महीने में
सबसे ज्यादा से शिकायतें नागरी सेवा में लापरवाही और अवैध निर्माण से जुड़ी हुई हैं
जिसमें गोवंडी एम पूर्व और कुर्ला एल वार्ड नंबर वन हैं। इस वर्ष कुल दर्ज
शिकायतों में से 23 प्रतिशत शिकायते प्रलंबित होने की
जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मनपा के आपत्कालीन प्रबंधन कक्ष ने दी
हैं। ताज्जुब की बात यह हैं कि गत 33 महीने में
3,39,664 शिकायते प्राप्त हुई हैं जिसमें से 3,02,837 शिकायत का निवारण हुआ हैं और 36,647 शिकायतें प्रलंबित हैं।
आरटीआई
कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मनपा के आपत्कालीन प्रबंधन कक्ष से 1916 इस शिकायत क्रमांक पर गत 3 वर्ष में प्राप्त शिकायतों की जानकारी मांगी थी। आपत्कालीन
प्रबंधन कक्ष ने अनिल गलगली को वर्ष 2014, वर्ष 2015 और 1 जनवरी 2016
से 30 सितंबर 2016 ऐसे 33
महीने की
जानकारी उपलब्ध कराई हैं। मुंबई के 24 मनपा
वार्ड कार्यालय के अंतर्गत सभी विभागों से जुड़ी हुई शिकायत आम लोग 1916 इस क्रमांक पर पंजीकृत कराते हैं। गत 33 महीने में 3,39,664 शिकायते प्राप्त हुई हैं जिसमें से 3,02,837 शिकायत का निवारण हुआ हैं और 36,647 शिकायतें प्रलंबित हैं।
मनपा के
अभियंता जिस मेंटेनेन्स और बिल्डिंग व फैक्ट्री विभाग में प्रमुख तौर पर कार्यरत
हैं उस विभाग से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें हैं। मेंटेनेन्स विभाग में गोवंडी एम
पूर्व( 17,391), चेंबूर एम पश्चिम ( 13,733) और कुर्ला एल वार्ड (10,697) सबसे ज्यादा शिकायतों में नंबर वन हैं।
उसके बाद ए (1368), बी (932), सी (1022),
डी (2376),ई (1304), एफ साउथ (852), एफ नार्थ (2168), जी नार्थ (1649), जी साउथ (1343), एच ईस्ट (1963), एच वेस्ट (2216),के ईस्ट (4943), के वेस्ट (4570), पी साउथ (3147), पी नार्थ (3873), आर साउथ (4398), आर सेंट्रल (3074), आर नार्थ (1117), एन (3227), एस (2540),
टी (1628) वार्ड से जुड़ी हुई शिकायतों की संख्या
हैं। वहीं बिल्डिंग व फैक्ट्री विभाग में कुर्ला एल वार्ड कार्यालय नंबर वन हैं। कुर्ला एल वार्ड(15,845), गोवंडी एम पूर्व (9,457) और चेंबूर एम पश्चिम(8,068) वार्ड का नंबर पहले तीन में आता हैं। इसके बाद ए (630), बी (1011), सी (1180),
डी (2208), ई (1435), एफ साउथ (657), एफ नार्थ (843), जी नार्थ (1725), जी साउथ (1239), एच ईस्ट (1563), एच वेस्ट (1625),के ईस्ट (3799), के वेस्ट (3193), पी साउथ (2123), पी नार्थ (3731), आर साउथ (2447), आर सेंट्रल (1763), आर नार्थ (1104), एन (1635), एस (1876),
टी (1086) वार्ड से जुड़ी हुई शिकायतों की संख्या
हैं।
गत 33 महीने में शिकायतों की संख्या में बड़े
पैमाने पर गिरावट आई हैं।
वर्ष 2014 में कुल शिकायतों की संख्या 1,57,317 थी उसमें से 18,578 शिकायते प्रलंबित हैं। वर्ष 2015 में इसमें जबरदस्त गिरावट आने से शिकायतों की संख्या 1,16,625 इतनी हैं। इसमें से सिर्फ 2,909 शिकायतें प्रलंबित हैं। 1 जनवरी 2016 से 30
सितंबर 2016 इन 9 महीने में शिकायतों की संख्या 65,722 इतनी हैं जबकि प्रलंबित शिकायतों की
संख्या 15,160 इतनी बताई गई हैं। इस वर्ष 23 प्रतिशत शिकायतें 24 वार्ड स्तर पर प्रलंबित हैं।
अनिल गलगली के अनुसार मुंबई के अधिकांश नागरिक हमेशा मेंटेनेंस और बिल्डिंग व
फैक्ट्री विभाग से जुड़ी शिकायतें करते हैं। मनपा प्रशासन स्वयंस्फूर्त होकर नागरी
काम और सुविधा पर काम नहीं करती हैं। जब आम लोग शिकायत करते हैं तब उसे नजरअंदाज करने का आरोप
करते हुए गलगली ने दावा किया हैं कि इसके ही चलते प्रलंबित शिकायतों की संख्या इस
वर्ष 23 प्रतिशत हैं। इससे राहत पाने के लिए 'ऑफिसर ऑफ़ मंथली' के तर्ज पर 'बेस्ट वार्ड ऑफिस' या 'वर्स्ट वार्ड ऑफिस' ऐसा नया अवार्ड देने का अनुरोध अनिल गलगली ने मनपा आयुक्त अजोय मेहता से किया हैं.
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