पुरे देश मे आरटीआई कानून का इस्तेमाल और इससे सत्ता में बैठे पार्टी को होनेवाली परेशानी के मद्देनजर इस कानून की धार को कम करने के लिए सभी ओर से प्रयास चल रहा हैं। मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सभागृह में 'आरटीआई बचाव' इस अभियान के तहत 'सत्यमेव जयते' आयोजित परिसंवाद में काँग्रेस के प्रोफेशनल विभाग ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन घोषित किया।
प्रोफेशनल काँग्रेस के महाराष्ट्र मुंबई पूर्व विभाग द्वारा आयोजित परिसंवाद में पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त शैलेष गांधी और आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली के समेत काँग्रेस प्रवक्ता और प्रोफेशनल काँग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई के अध्यक्ष संजय झा ने हिस्सा लिया। इस परिसंवाद में विभिन्न क्षेत्र के प्रोफेशनर्स और आरटीआई कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। पॅनलिस्ट शैलेश गांधी और अनिल गलगली ने उपस्थितजनों द्वारा अकार्यक्षम सूचना आयुक्त, अपील सुनवाई में देरी के अलावा निजी क्षेत्र और राजनीतिक पार्टियों को आरटीआई के दायरे में लाने पर विभिन्न सवाल पूछे। जिसका जबाब द्वय पॅनलिस्ट ने दिया।
श्री गांधी ने राजनीतिक इच्छाशक्ती के अभाव से सरकार में पारदर्शिकता लाने के लिए सक्षम ऐसा आरटीआई कानून कार्यान्वित नहीं होने पर चिंता जताते हुए कहा कि व्यक्तिगत ताकत को पहचाने और इसके लिए पहल करे ताकि अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए इस क़ानून को कोई कमजोर नहीं कर पाए।
अनिल गलगली ने समाज में बलशाली स्थान पर बैठे लोगों से खतरा पैदा होने पर कैसे बचें, इसपर बात रखते हुए कहा कि सत्ता में जो भी आता हैं वह इस कानून का विरोध करता हैं और विपक्ष हमेशा इसके समर्थन में खड़े रहते हैं। मीडिया यह महत्वपूर्ण हिस्सा हैं क्योंकि हर एक की पोल जनता के सामने खोलने के लिए मदद होती हैं।
डॉ शशी थरुर की अध्यक्षता और उपाध्यक्ष मिलिंद देवरा के मार्गदर्शन तले 'आरटीआई बचाव' यह परिसंवाद आयोजित किया गया था। इसके पहले भी कई सारी गतिविधियों को अंजाम दिया गया हैं ।
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