Monday, 8 January 2018

कृषि मंत्री और राज्यमंत्री पर महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल ने की गाड़ियों की खैरात

सरकारी परिवहन सेवा में से मंत्रियों की गाड़ियों काफ़िला रदद् कर मंत्रियों को उनके कामकाज के लिए सिर्फ 1 गाड़ी उपलब्ध कराई जाती हैं। लेकिन महाराष्ट्र राज्य के कृषिमंत्री पांडुरंग फुंडकर ने अतिरिक्त 2 और राज्यमंत्री सदा खोत ने अतिरिक्त 1 गाड़ियों का इस्तेमाल ड्राइवर की सुविधा के साथ करने की सनसनीखेज़ जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल मर्यादित ने दी हैं। भूतपूर्व कृषि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील के अलावा कृषि मंत्री के निजी सचिव और कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने बहती गंगा में हाथ धोने का काम किया हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल मर्यादित से कृषि मंत्री और कृषि राज्यमंत्री के सहित जिन्हें गाड़ियों की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं उनकी जानकारी मांगी थी। महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल मर्यादित द्वारा अनिल गलगली को उपलब्ध कराए गए जानकारी में कृषिमंत्री पांडुरंग फुंडकर को 2 गाड़ियों सहित 3 ड्राइवर दिए गए जो ठेके पर नियुक्त किए गए हैं।  कृषि राज्यमंत्री सदा खोत को 1 नई गाड़ी देते हुए उनके लिए 2 ड्राइवर ठेके पर लाए गए हैं। कृषि विभाग के प्रधान सचिव बिजयकुमार औऱ कृषि मंत्री के निजी सचिव धुरजड को 1- 1 गाडी दी गई हैं। इनके ड्राइवर महामंडल के स्थायी कर्मचारी हैं। भूतपूर्व कृषि मंत्री और वर्तमान विपक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटील की गाडी खुद की हैं लेकिन उन्हें उपलब्ध कराया गया ड्राइवर महामंडल का स्थायी कर्मचारी हैं। फुंडकर द्वारा इस्तेमाल होने वाली  2 गाड़ियों पर इंधन, सर्विस और मरम्मत के खर्च पर 7 महीने में रु 25,25,809/- इतनी रकम खर्च की गई हैं। एक गाड़ी नई खरीदी गई हैं।  खोत की खातिर नई चकाचक गाडी खरीदकर महामंडल ने गाडी की किंमत, इंधन , मरम्मत खर्च पर रु 26,50,278/- इतनी रकम 7 महीने में खर्च की हैं। प्रधान सचिव बिजयकुमार को उपलब्ध कराई गई गाड़ी का ईइंधन औऱ सर्विस शुल्क पर रु  66,035/- इतनी रकम खर्च की गई हैं। कृषि मंत्री के निजी सचिव धुरजड को दी गई गाड़ी के इंधन पर रु 47,534/- इतनी रकम खर्च की गई हैं।

अनिल गलगली को कृषि विभाग के अवर सचिव उ म मदन ने बताया कि कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर और कृषि राज्यमंत्री सदा खोत इन दोनों को प्रति रु 19,99,999 इतनी रकम की गाडी उपलब्ध कराई गई हैं। मंत्री और राज्यमंत्री को कितनी गाड़ियां इस्तेमाल करने की अनुमति होने की जानकारी पर अनिल गलगली को सामान्य प्रशासन ने बताया कि 26 दिसंबर 2005 का शासन निर्णय के तहत सरकारी परिवहन सेवा के मंत्री गाड़ियों का काफ़िला रदद् कर  मंत्रियों को उनके कामकाज के लिए सिर्फ एक गाड़ी उपलब्ध कराई जाती हैं।  शासन निर्णय स्पष्ट होते हुए कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर और कृषि राज्यमंत्री सदा खोत एक से अधिक गाड़ियों का इस्तेमाल कर अपने मंत्री पद का दुरुप्रयोग करने का आरोप करते हुए अनिल गलगली ने गाड़ियों पर हुआ खर्च के साथ ड्राइवर को दिया गया वेतन का कुल खर्च इनसे वसूल करने की मांग मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे हुए पत्र में की हैं। इसके अलावा निजी सचिव और प्रधान सचिव ने पद का किया हुआ दुरुप्रयोग के मद्देनजर उनकी जांच कर उनसे भी कुल खर्च वसूल करने की मांग की हैं।

महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल घाटे में होते हुए जिन अधिकारियों ने सरकार को अंधेरे में रखकर अपने स्तर पर लिया हुआ निर्णय की जांच कर ऐसे अधिकारियों कारवाई करने की मांग अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की हैं।  संपूर्ण महाराष्ट्र में इसतरह जो मंत्री, राज्यमंत्री, प्रधान सचिव, सचिव, उपसचिव समेत निजी सचिव,ओएसडी और उनके चेलों द्वारा सरकारी गाड़ियों का बड़े पैमाने पर दुरुप्रयोग हो रहा हैं उसे ताबड़तोड़ रोकते हुए कारवाई करने की मांग अनिल गलगली ने की है।

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