बिहार चुनाव के मद्देनजर मुंबई के इंदू मिल स्थित भारतरत्न डॉ बाबासाहेब आंबडेकर स्मारक का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था लेकिन आज तक एक इंच का भी निर्माण काम शुरु नहीं हुआ हैं। 23 महीने की देरी से भारतरत्न डॉ बाबासाहेब आंबडेकर स्मारक के खर्च में 166 करोड़ की वृद्धि हुई हैं। वर्तमान में करीब 591 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च होने वाला हैं और आर्किटेक्ट मेसर्स शशी प्रभू अँड असोसिएटस् को अबतक 3.44 करोड़ अदा करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ओ एमएमआरडीए प्रशासन ने दी हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एमएमआरडीए प्रशासन सेे इंदू मिल स्थित भारतरत्न डॉ बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक की जानकारी मांगी थी। बिहार चुनाव के मद्देनजर मुंबई के इंदू मिल स्थित भारतरत्न डॉ बाबासाहेब आंबडेकर स्मारक का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। उस वक्त राज्य सरकार ने 425 करोड़ खर्च होने की जानकारी दी थी। एमएमआरडीए प्रशासन ने अनिल गलगली को बताया कि इंदू मिल के स्मारक की जमीन का क्षेत्रफल 48414.83 वर्ग मीटर हैं जिसका ताबा एमएमआरडीए ने सरकार की ओर से 25 मार्च 2017 लिया था। स्मारक के निर्माण के लिए 14 अप्रैल 2017 को रचना व निर्माण करने के तत्व पर टेंडर मंगवाया गया। टेंडर की कार्यवाही पूर्ण होने के बाद स्मारक का काम शुरु होगा। सजे लिए करीब 591 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च आएगा। इस काम के लिए सरकार ने आर्किटेक्ट मेसर्स शशी प्रभू अँड असोसिएटस् की नियुक्ती की हैं। इन्हें अबतक 3.44 करोड़ इतनी रकम दी गई हैं। इस स्मारक का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 11 अक्टूबर 2015 को किया गया था।
किसी भी तरह की पूर्वतैयारी किए बिना सिर्फ चुनाव में मद्देनजर भूमिपूजन होने से आज भी स्मारक का काम असल में शुरु ही नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए अनिल गलगली ने कहा कि सरकार के अनियोजन से आर्थिक क्षति 166 करोड़ की हो चुकी हैं। भविष्य में ऐसी ग़लती की पुनरावृत्ति से बचने की खबरदारी केंद्र और राज्य सरकार को लेनी चाहिए, ऐसी मांग अनिल गलगली ने की हैं।
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