महाराष्ट्र सरकार के सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का इस्तेमाल और बैठक को लेकर स्पष्ट सरकार का सर्कुलर होते हुए उसका गैरइस्तेमाल राज्य के मुख्य सचिव सुमित मलिक की पत्नी तनुजा मलिक की अध्यक्षता वाली आईएएस विव्हज असोसिएशन ने करते हुए पाककृती प्रतियोगिता सह्याद्री राज्य अतिथीगृह में आयोजित की थी। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को महाराष्ट्र सरकार ने दी हुई जानकारी से इस गैरइस्तेमाल का पर्दाफाश हुआ हैं और कैसे राजशिष्टाचार विभाग सरकारी बाबुओं की पत्नियों के सामने सीधे चरणवंदना करते हैं उसका नमूना भी पेश किया।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महाराष्ट्र सरकार सेे सह्याद्री राज्य अतिथीगृह के इस्तेमाल को लेकर सरकार ने तय की शर्त और गत 6 महीने में हुए इस्तेमाल की जानकारी मांगी थी। सामान्य प्रशासन के राजशिष्टाचार विभाग ने अनिल गलगली को गत 6 महीने में हुए आरक्षण की जानकारी दी। 1 मार्च 2017 से 17 जुलाई 2017 इन 6 महीनों में कुल 139 बार आरक्षण किया गया औऱ सरकार को रुपए 28,83,197 इतनी रकम किराए के तौर पर राजस्वत के तौर पर प्राप्त हुई हैं। 6 महीने में आईएएस ऑफिसर्स विव्हज असोसिएशन ने 4 बार आरक्षण किया था जिनसे महज रुपए 6150 इतना किराया प्रति आरक्षण लिया गया। 9 मार्च 2017 को अंजना स्वाधीन क्षत्रिय से पदभार ग्रहण करने के लिए सह्याद्री राज्य अतिथीगृह आरक्षित किया गया था। 8 जुलाई 2017 की पाककृती प्रतियोगिता के लिए सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा 18 अप्रैल और 20 मई 2017 को भी सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का इस्तेमाल नियमों का उल्लंघन करते हुए किया गया। भाजप के विधायक राज पुरोहित ने भी 14 जून 2017 को सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का इस्तेमाल किया था। आईएएस ऑफिसर्स विव्हज असोसिएशन की सह सचिव लता नंद कुमार ने 22 जून 2017 को आरक्षण करने की अनुरोध किया जिस चिठ्ठी में कार्यक्रम का जिक्र न होते हुए भी उपसचिव भोगे ने कक्ष उपलब्ध कराने के लिए फोन पर ही आदेश देने का जिक्र पत्र में हैं। 24 जुलाई 2015 के शासन परिपत्रक के अनुसार नियम 4 आ के तहत सह्याद्री राज्य अतिथीगृह में आनेवाले दिनों में सिर्फ मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्यमंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव या उसके समकक्ष अधिकारियों की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक/ कार्यशाला /पत्रकार परिषद आयोजित होनी चाहिए, ऐसा आदेश जारी होते हुए भी सरकारी बाबुओं की बीवियों के असोसिएशन को नियमों का उल्लंघन कर सह्याद्री राज्य अतिथीगृह दिया गया, ऐसा आरोप अनिल गलगली ने किया हैं। ताज्जुब की बात यह हैं कि सह्याद्री राज्य अतिथीगृह में किसी भी तरह की जन सुनवाई पर प्रतिबंध लगानेवाली सरकार निजी कार्यक्रम के इस्तेमाल को अपरोक्ष तौर पर बढ़ावा दे रहीं हैं।
सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का दुरुप्रयोग कर आयोजित पाककृती प्रतियोगिता में अपर मुख्य सचिव के तौर पर कार्यरत संजय कुमार विजेता घोषित हुए थे और उन्होंने 2 घंटे के भीतर पराठा बनाने का विक्रम किया। इस जानकारी को मुख्य सचिव की पत्नी तनुजा ने 'हार्मोनी' इस न्युज लेटर के जुलाई 2017 के अंक ने सार्वजनिक की हैं। इस मौके पर तनुजा मलिक का जन्मदिन भी मनाया गया था।
अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लिखे पत्र में मांग की हैं कि इस मामले ने नियम तोड़कर अपरोक्ष तौर पर मदद करनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए आईएएस विव्हज असोसिएशन और विधायक पुरोहित से व्यावसायिक किराया वसूल किया जाए और भविष्यात कार्यक्रम वाइज किराया निश्चित करे ताकि सह्याद्री राज्य अतिथीगृह का इस्तेमाल पर सरकार को और राजस्व प्राप्त हो सके।
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