Saturday, 5 August 2017

रोजाना 7 पेड़ों को कांटने की अनुमति देती हैं मनपा

महाराष्ट्र सरकार 4 करोड़ पेड़ लगाने का संकल्प लेकर मैदान में तो उतरी हैं लेकिन मुंबई जैसे शहर में रोजाना 7 पेड़ों को अधिकृत तौर पर कांटने की अनुमति स्वयं मनपा द्वारा देने का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को गार्डन विभाग ने मुहैय्या कराए दस्तावेजों से हो रहा हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने गार्डन विभाग से गत 3 वर्षों में मनपा द्वारा पेड़ों की कटाई की अनुमति की जानकारी मांगी थी। गार्डन विभाग उप अधीक्षक ने अनिल गलगली को वर्ष 2014, वर्ष 2015 और वर्ष 2016 में काटे गए, पुर्नरोपित और बरकरार रखे पेड़ों की संख्या दी। गत 3 वर्षों में कुल 7842 पेड़ कांटे गए। 13070 पेड़ पुर्नरोपित किए गए और 28787 पेड़ बरकरार रखे गए हैं। 3 वर्षों में सर्वाधिक 3819 पेड़ वर्ष 2016 में काटे गए, इनमें 1830 निजी, 1448 सरकार और 541 मनपा ने विभिन्न कामों के लिए तोड़ दिए। उसके बाद 2720 पेड़ वर्ष 2015 और 1303 पेड़ वर्ष 2014 में काटे गए। मनपा का दावा हैं कि 3 वर्षो में कुल 13070 पेड़ पुर्नरोपित किए गए जिनमें वर्ष 2015 सर्वाधिक 5054 पेड़ निजी, सरकार और मनपा ने पुर्नरोपित किए। वर्ष 2016 में यह आंकड़ा घटकर 3770 हुआ हैं। मनपा और एक दावा किया हैं कि गत 3 वर्षों में कुल 49060 वृक्षारोपण हुआ हैं। वर्ष 2014 में 14253 की संख्या बढ़कर वर्ष 2015 में 16157 हुई और वर्ष 2016 में इसमें इज़ाफ़ा होते हुए यह संख्या 18650 तक जा पहुंची हैं। 

अनिल गलगली का मानना हैं कि हर कोई विकास के नाम पर पेड़ काटने में अधिक रुचि रखता हैं। मनपा की वृक्ष प्राधिकरण कमिटी जब चाहे जिसे भी इसकी अनुमति देने से आंकड़ों में इजाफा हो रहा हैं जो अप्रत्यक्ष ग्रीन मुंबई के अभियान के लिए घातक हैं। इसलिए जिस इलाके के पेड़ काटने को लेकर आवेदन आते ही जब निरीक्षण किया जाता हैं तो स्थानीय लोगों को आमंत्रित कर निर्णय लिया जाए ताकि बेफिजूल काटे जानेवाले पेड़ों को बचाया जा सकता हैं।

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