बृहन्मुंबई महानगरपालिका के इस्टेट विभाग के तहत
किरायेदारों की संख्या 46,563 हैं। इन किरायेदारों से जुड़ी सभी तरह की जानकारी आनेवाले 3 महीने में मनपा
की वेबसाइट पर उपलब्ध करने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मनपा के
इस्टेट विभाग ने दी हैं। इसमें मनपा के लीज पर दिए भूखंड की अवधि, लीज का किराया, लीजधारक की
जानकारी, अतिरिक्त किराया, लीज के नियम और शर्तो की
जानकारी होगी। इसके पहले सिर्फ किरायेदारों का नाम और किराए की जानकारी उपलब्ध की
गई हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने इस्टेट विभाग से किरायेदारों
की संख्या और वसूल किए गए किराए की जानकारी मांगी थी। इस्टेट विभाग की
प्रशासकीय अधिकारी( लेखा) तथा जन सूचना अधिकारी अ. भा.कदम ने अनिल गलगली को बताया
कि कुल किरायेदारों की संख्या 46,563 हैं जिनसे किराए की कुल रकम रु. 18,26,32,000/- आती हैं। इसमें
से वसूल किराए की रकम रु.11,22,12,677/- इतनी हैं
ये आंकड़े सॅप प्रणाली अंर्तगत आर्थिक वर्ष 2015-2016 इस अवधि के हैं। वैसे वर्ष 2014 से किरायेदारों के नाम और किराए की रकम वेबसाइट पर पहले से ही अपलोड की गई हैं। लेकिन किराए वसूली और बकाये की रकम फ़िलहाल वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं हैं। किरायेदारों के एग्रीमेंट की जानकारी फ़िलहाल वार्ड स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों को उपलब्ध हैं । ये जानकारी आम नागरिकों को उपलब्ध कराने के मद्देनजर कार्रवाई शुरु हैं। मनपा ने लीज पर दिए भूखंड की लीज की अवधि, लीज का किराया, लीजधारक की जानकारी, अतिरिक्त किराया, लीज के नियम और शर्तों सहित अन्य जानकारी आनेवाले 3 महीने में उपलब्ध कराकर देने की कार्रवाई की जा रही हैं।
ये आंकड़े सॅप प्रणाली अंर्तगत आर्थिक वर्ष 2015-2016 इस अवधि के हैं। वैसे वर्ष 2014 से किरायेदारों के नाम और किराए की रकम वेबसाइट पर पहले से ही अपलोड की गई हैं। लेकिन किराए वसूली और बकाये की रकम फ़िलहाल वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं हैं। किरायेदारों के एग्रीमेंट की जानकारी फ़िलहाल वार्ड स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों को उपलब्ध हैं । ये जानकारी आम नागरिकों को उपलब्ध कराने के मद्देनजर कार्रवाई शुरु हैं। मनपा ने लीज पर दिए भूखंड की लीज की अवधि, लीज का किराया, लीजधारक की जानकारी, अतिरिक्त किराया, लीज के नियम और शर्तों सहित अन्य जानकारी आनेवाले 3 महीने में उपलब्ध कराकर देने की कार्रवाई की जा रही हैं।
अनिल गलगली ने इस्टेट विभाग की पहल पर संतोष जताते हुए मनपा
के हर एक विभाग ने इस्टेट विभाग का अनुकरण करने की जरुरत बताई हैं। इससे आम लोगों
को हर एक जानकारी समय पर मिलेगी।
No comments:
Post a Comment