Tuesday, 17 May 2016

मुंबई की रेल पटरी ने ली 131 कर्मियों की बलि

मुंबई उपनगरी रेलवे की पटरी पर होनेवाली दुर्घटनाओं में सिर्फ रेलवे के यात्रियों को मौत होती हैं ऐसा नहीं हैं। रेलवे की विभिन्न कामों में सक्रिय रेलवे के कर्मचारियों की भी मौत होती हैं। हर साल औसतन 22 बलि लेनेवाली रेलवे पटरी पर हुई दुर्घटना में गत 6 सालों 131 रेलवे कर्मचारियों का दर्दनाक मौत होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली की रेलवे पुलिस ने दी हैं। सर्वाधिक 19 बलि दादर पुलिस स्टेशन के दायरे में हुई हैं और उसके बाद 17 बलि लेनेवाली कुर्ला का नंबर लगता हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने साल 2010 से 2015 इस दौरान रेलवे की पटरी पर हुए दुर्घटना में रेलवे के मजदूर, ठेके पर कर्मचारी और गैंगमेन की जानकारी रेलवे प्रशासन से मांगी थी। रेलवे पुलिस ने अनिल गलगली को जानकारी दी कि रेलवे पुलिस आयुक्तालय के सभी रेलवे पुलिस स्टेशन के अंतर्गत गत 6 साल में कुल 131 कर्मियों की मौत रेलवे की पटरी पर हुए दुर्घटना में हुई हैं। रेलवे के 16 पुलिस स्टेशन में से सर्वाधिक मौत दादर रेलवे स्टेशन के दायरे में हुई हैं जिसकी संख्या 19 हैं। उसके बाद 17 कुर्ला, कल्याण 14, डोंबिवली 13, सीएसटी 11, ठाणे 10, कर्जत 5, 7 पालघर,7 बोरीवली, 6 वसई रोड, 6 अंधेरी , 4 वाशी, 4 बांद्रा, 4 मुंबई सेंट्रल, पनवेल 3, वडाला 1 ऐसी संख्या हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने साल 2010 से 2015 इस दौरान रेलवे की पटरी पर हुए दुर्घटना में रेलवे के मजदूर, ठेके पर कर्मचारी और गैंगमेन को दिए गए मुआवजे रकम की जानकारी रेलवे प्रशासन से मांगी थी। रेलवे पुलिस ने अनिल गलगली को जानकारी दी कि मुआवजा रेलवे प्रशासन से दिया जाता हैं जिसके चलते यह जानकारी उनका कार्यालय और संबंधित पुलिस स्टेशन के पास उपलब्ध नहीं हैं। रेलवे की पटरी पर दुर्घटना होते ही हमेशा रेलवे यात्रियों के मत्थे दोष मढ़नेवाली रेलवे प्रशासन रेलवे कर्मियों की दुर्घटनाओं को नजरअंदाज करने का आरोप अनिल गलगली में लगाया हैं। ऐसी दुर्घटनाओं पर नियंत्रण रखने में रेल प्रशासन असफल होने की टिप्पणी अनिल गलगली ने की हैं।

No comments:

Post a Comment