मुंबई की बिल्डर लॉबी की आर्थिक स्थिती कमजोर होने से एक समय पर मुंबई को ख़रीदने का सपना देखनेवाले राजनेता और अधिकारियों के सहयोग से विख्यात बने राकेश दिवाण की एचडीआईएल कंपनी दिवालिया होने के कगार पर हैं। हाल ही में 15.84 करोड़ का 4 चेक बाउंस होते ही एचडीआईएल कंपनी को एसआरए ने नोटीस जारी करत बिक्री वालक विकास निर्माण काम रोकने का आदेश देने की सनसनीखेज जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एसआरए ने दी हैं। बिक्री के लिए बनी बिल्डिंग बिना अनुमति बनाने पर विवादित विश्वास पाटील ने एचडीआईएल कंपनी पर फ़िदा होते हुए उसे अधिकृत कर डेफरमेंट मंजूर किया था।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली यांनी एसआरए से कुर्ला पश्चिम स्थित एचडीआईएल कंपनी ने बनाई बिल्डिंग को लेकर जानकारी मांगी थी। अनिल गलगली को म्हाडा ने उपलब्ध कराई जानकारी में बताया कि एचडीआईएल इस कंपनी को कुर्ला स्थित 'प्रीमियर प्रोजेक्ट' के लिए दिनांक 23 सितंबर 2016 को मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वास पाटील की मान्यता से डेफरमेंट मंजूर किया गया। अधिकृतकरन के लिए जुर्माना इस शीर्षक के तहत 61 करोड़ 55 लाख 15 हजार 330 का डेफरमेंट मंजूर किया। इसमें से तीसरे हफ्ते की रकम का रु 15 करोड़ 84 लाख 95 हजार 201 की रकम का चार चेक बैंक में पेश करते ही चेक बाउंस हुआ। लेखा अधिकारी ने 22 जून 2017 को एचडीआईएल कंपनी को लिखित पत्र भेजकर बकाया रकम 18 प्रतिशत ब्याजसहित वसूल करने का निर्देश कार्यकारी अभियंता -2 को दिया था। कार्यकारी अभियंता -4 ने 10 जुलाई 2017 को एचडीआईएल कंपनी और आर्किटेक्ट इंद्रजीत एस देशमुख को लिखित पत्र भेजकर जबतक लेखा विभाग से एनओसी लाई नहीं जाती हैं तबतक बिक्री वाले हिस्से का विकास निर्माण काम बंद करने की नोटीस जारी की हैं।
अनिल गलगली ने एचडीआईएल कंपनी के विकासक पर चेक बाऊन्स करने पर एफआईआर दर्ज करते हुए आर्किटेक्ट को ब्लैक लिस्ट करने की मांग मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे हुए पत्र में की हैं। अनुमति लिए बिना बनाई बिल्डिंग को अधिकृत करने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वास पाटील ने लिए हुए निर्णय की जांच करने की मांग की हैं।
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