Thursday, 2 October 2025

दादर स्टेशन पर स्वच्छता व जनजागृति अभियान

दादर स्टेशन पर स्वच्छता व जनजागृति अभियान

प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू पखवाड़ा और महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजन

भारत के प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से प्रारंभ हुए सेवा पखवाड़ा तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में दादर स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 12 पर सफाई अभियान और जनजागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। आयोजन की पहल रमाकांत गुप्ता, अध्यक्ष, युवा जन मंच 9 ने की।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी देवमनी तिवारी, सामी शेख, प्रभाकर राय, खुशबू परमार, जयप्रकाश दुबे और राजेश कुमकर उपस्थित रहे।

महात्मा गांधी सदैव स्वच्छता को राष्ट्र निर्माण का आधार मानते थे। उनकी 150वीं जयंती से लेकर आज तक देश में स्वच्छ भारत अभियान एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है। दादर स्टेशन पर आयोजित यह अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यात्रियों में जागरूकता फैलाने और नागरिकों को अपने आस-पास स्वच्छ रखने की प्रेरणा देने का भी कार्य किया।

Monday, 29 September 2025

सेवा पखवाड़ा में रीता सिंह फाउंडेशन का ‘नमो नेत्र संजीवनी अभियान’ एवं रक्तदान शिविर सफलतापूर्वक संपन्न

सेवा पखवाड़ा में रीता सिंह फाउंडेशन का ‘नमो नेत्र संजीवनी अभियान’ एवं रक्तदान शिविर सफलतापूर्वक संपन्न 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित “सेवा पखवाड़ा” के अंतर्गत रीता सिंह फाउंडेशन द्वारा रविवार की देर शाम दिंडोशी (पूर्व) के तानाजी नगर स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल परिसर में रक्तदान शिविर एवं नमो नेत्र संजीवनी अभियान (विशाल नेत्र शिविर) का सफल आयोजन किया गया।

इस शिविर में 128 लोगों ने रक्तदान किया, 1,380 लाभार्थियों को निःशुल्क चश्मों का वितरण किया गया तथा 200 से अधिक जरूरतमंदों को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु कूपन प्रदान किए गए। इसके अलावा जरूरतमंदों को मुफ्त मल्टीविटामिन, विटामिन C, B और आयरन की दवाइयाँ भी वितरित की गईं। शिविर में ब्रह्मकुमारीज हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने सेवाएँ दीं।

यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अनुशंसा, विधायक राजहंस सिंह एवं भाजपा मुंबई अध्यक्ष अमित साटम के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

आरटीआई विशेषज्ञ, वरिष्ठ पत्रकार एवं ‘अग्निशिला’ के संपादक अनिल गलगली की गरिमामयी उपस्थिति ने सभी कार्यकर्ताओं व लाभार्थियों का उत्साहवर्धन किया। 

इस सेवा कार्य को सफल बनाने हेतु रीता सिंह फाउंडेशन के समर्पित कार्यकर्ता, तानाजी नगर मंडल अध्यक्ष रामकुमार पांडे, महामंत्री जे. पी. सिंह, महामंत्री अरविंद, महिला एवं युवा पदाधिकारी तथा अन्य सभी सहयोगियों ने विशेष परिश्रम किया।

इस मौके पर राजन सिंह, सरबजीत सिंह, आनंद सिंह सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

Friday, 26 September 2025

मुलुंड में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का भव्य शुभारंभ

मुलुंड में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का भव्य शुभारंभ

आईएएस, आईपीएस, आईआरएस जैसी उच्चस्तरीय परीक्षाओं की तैयारी हेतु विद्यार्थियों को मिलेगा निःशुल्क मार्गदर्शन

युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और करियर निर्माण को ध्यान में रखते हुए पूर्व सांसद मनोज कोटक के मार्गदर्शन तथा प्रख्यात करियर काउंसलर व्रज पटेल के नेतृत्व में “युवक प्रेरणा फाउंडेशन” और “महर्षि दयानंद फाउंडेशन आईएएस अकादमी” के संयुक्त उपक्रम के रूप में ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ का शुभारंभ मुलुंड (पश्चिम) स्थित बी.एम.सी. मार्केट बिल्डिंग, त्रिदेव टॉवर के समीप भक्ति मार्ग पर किया गया।

इस अवसर पर महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण एवं चाणक्य मंडल परिवार के संस्थापक, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी ने संयुक्त रूप से अध्ययनिका का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में विधायक मिहिर कोटेचा, टी-वार्ड की सहायक आयुक्त योगिता कोल्हे, अनिल गलगली, अनिल त्रिवेदी, उदय प्रताप सिंह, प्रकाश बाल जोशी, प्रकाश गंगाधरे, बिंदू त्रिवेदी, जयप्रकाश सिंह और सामाजिक क्षेत्र के अग्रणी, पत्रकार व गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

अध्ययनिका में 10,000 से अधिक पुस्तकों का समृद्ध संग्रह, विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क I.Q. व अभिक्षमता परीक्षण, करियर काउंसलिंग एवं कोचिंग सुविधा उपलब्ध हैI 

UPSC, MPSC, बैंकिंग, रेलवे, डिफेंस, नीट, IIT-JEE, CA, CS, MBA, LLB, GMAT आदि परीक्षाओं की तैयारी हेतु आवश्यक मार्गदर्शन इस अध्ययनिका का उद्देश्य है। मध्यमवर्गीय परिवारों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को महंगी फीस का बोझ न उठाना पड़े और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मार्गदर्शन व अध्ययन सामग्री निःशुल्क उपलब्ध हो।

सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी ने कहा कि के युग में प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से केवल करियर ही नहीं, बल्कि देशसेवा का भी मार्ग प्रशस्त होता है। लेकिन गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन और अध्ययन सामग्री की कमी के कारण अनेक होनहार विद्यार्थी पिछड़ जाते हैं। ‘विवेक प्रेरणा अध्ययनिका’ जैसे उपक्रम विद्यार्थियों को दिशा देंगे और उनमें आत्मविश्वास जगाएँगे। यह स्थान केवल वाचनालय नहीं, बल्कि युवाओं के सपनों को साकार करने का प्रेरणास्थल बनेगा।”

Monday, 8 September 2025

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में धूमधाम से संपन्न

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में धूमधाम से संपन्न

वरिष्ठ उत्तर भारतीय नेता जयप्रकाश बब्बन सिंह का 70वां जन्मदिन विलेपार्ले में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, मुंबई भाजपा प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह, भवन निर्माता देवेश ठाकुर, रवि सिंह, अमर बहादुर सिंह, ओपी सिंह, यतीश सिंह, शिवशंकर सिंह, उग्रसेन सिंह, जगदीश सिंह, एड. जेडी सिंह, आजाद सिंह, दिनेश सिंह, सुरेंद्र सिंह, देवी सिंह और विकास सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित रहकर बधाई दी।

सुबह से ही विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े मान्यवर, मित्रगण एवं शुभचिंतक उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुँचते रहे।

Sunday, 31 August 2025

पूज्य श्री लोकेशानंद जी महाराज के सानिध्य में दिव्य श्रीमद्भागवत कथा संपन्न

पूज्य श्री लोकेशानंद जी महाराज के सानिध्य में दिव्य श्रीमद्भागवत कथा संपन्न

श्री जगन्नाथ जी के पावन सानिध्य में जगन्नाथपुरी धाम हॉलिडे रिसोर्ट में आयोजित दिव्य श्रीमद्भागवत कथा का तृतीय दिवस श्रद्धा और भक्ति भाव से संपन्न हुआ। कथा व्यास पीठ पर श्री नारायण भक्ति पंथ के प्रवर्तक एवं श्री श्री नारायणपुरम, शाहदा धाम के संस्थापक अनंत श्री विभूषित संत श्री लोकेशानंद जी महाराज ने भागवत प्रसंगों का रसपान कराते हुए नारायण नाम महिमा और संकीर्तन के महत्व पर प्रकाश डाला।

विशेष अवसर पर कथा में पधारे डॉ. संबित पात्रा (सांसद, पुरी एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा) ने अपने उद्बोधन में कहा कि “भगवान जगन्नाथ जी रथयात्रा के माध्यम से जनता के बीच दर्शन देने आते हैं, यह लोकतंत्र का श्रेष्ठ उदाहरण है। महाप्रभु को छप्पन भोग सहित जो भात, दाल और परंपरागत सब्ज़ियों का भोजन अर्पित किया जाता है, वह सदियों से वैसा ही है। आयातित अन्न या सब्ज़ियों (जैसे टमाटर, मूली, आलू आदि) का रसोई में प्रवेश वर्जित है। इससे बड़ा राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक अस्मिता का संदेश और क्या हो सकता है!”

कथा में अयोध्या से पधारे महामंडलेश्वर श्री राघवाचार्य जी महाराज ने आशीर्वचन दिए। साथ ही पं. कैलाश जी (बगलामुखी तारा शक्ति पीठ, बिजाना, शाजापुर) तथा श्री अलीजा सरकार हनुमान मंदिर, इंदौर के महंत जी का भी पावन सानिध्य मिला।

कार्यक्रम के मुख्य यजमान महेंद्र पीडी अग्रवाल व प्राची अग्रवाल सुपुत्र युवराज रहे, जिन्होंने अतिथियों का आदरपूर्वक स्वागत किया। इस मौके पर श्री नारायण भक्त पंथ, मुंबई के अध्यक्ष अनिल गलगली, सचिव हितेश शेट्टी, भाजपा मध्यप्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोसिया सहित अनेक मान्यवर उपस्थित रहे।

मुंबई, इंदौर, उज्जैन, रामपुरा, कल्याणपुरा, भोपाल, आलोट व शाहदा से आए नारायण भक्तों ने इस दिव्य कथा का धर्मलाभ लिया।

Monday, 25 August 2025

राष्ट्र के जागरण का समय आ गया : डॉ. चिन्मय पंड्या

राष्ट्र के जागरण का समय आ गया : डॉ. चिन्मय पंड्या

देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त युवा प्रेरक डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि अब समय आ गया है जब भारत को केवल स्वयं ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व का पथप्रदर्शन करना होगा। उन्होंने कहा कि जब देश का प्रत्येक नागरिक आत्मबल, नैतिकता और आध्यात्मिकता से युक्त होगा, तभी भारत का नवजागरण संभव है और उसके माध्यम से विश्व को नई दिशा मिलेगी।

नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में बोलते हुए युवा आइकॉन डॉ. पंड्या, जो इन दिनों माता भगवती देवी शर्मा जी की जन्मशताब्दी वर्ष (2026) के अंतर्गत प्रव्रज्या पर हैं, ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युग निर्माण आंदोलन के तीन प्रमुख स्तंभ — विचार क्रांति, चरित्र निर्माण और व्यसन मुक्ति — आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता हैं। नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और जीवन मूल्यों से जोड़ना ही राष्ट्र निर्माण का वास्तविक आधार है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र के जागरण का समय आ चुका है। अब केवल देखने और सुनने से काम नहीं चलेगा, बल्कि सक्रिय होकर तैयारी के साथ राष्ट्र निर्माण की भूमिका निभानी होगी।

इस अवसर पर उपस्थित युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों और वरिष्ठ नागरिकों ने डॉ. पंड्या के विचारों को आत्मसात करते हुए यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वास्थ्य, सदाचार, समाजसेवा और राष्ट्रप्रेम को अपनाते हुए नवयुग के निर्माण में सहभागी बनेंगे।

समारोह में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके ने भी अपने विचार साझा किए। सारस्वत अतिथि के रूप में स्वामी ब्रह्मबिहारी जी (प्रमुख – अंतर्राष्ट्रीय संबंध, स्वामीनारायण संस्थान) और स्वामी अक्षर वत्सल दास जी (अध्यक्ष, अक्षरधाम नई दिल्ली) ने भी सभा को संबोधित किया।

समारोह के दौरान युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या ने सभी विशिष्ट अतिथियों को तुलसी का पौधा एवं नवयुग का संविधान भेंट कर सम्मानित किया। यह प्रतीकात्मक भेंट पर्यावरण चेतना एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण का संदेश लिए हुए थी।

Tuesday, 12 August 2025

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत हो रहे विदेशी युवा : डॉ. चिन्मय पण्ड्या

पश्चिमी देशों के युवा अब तेजी से भारतीय संस्कृति और जीवनशैली की ओर आकर्षित हो रहे हैं। योग, ध्यान और आध्यात्मिकता उनके जीवन का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं। यह विचार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने व्यक्त किए। वे हाल ही में अपने 18 दिवसीय यूरोप, अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और लातविया प्रवास से लौटे हैं।

हरिद्वार में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. पण्ड्या ने बताया कि विदेशों में युवाओं के बीच भारतीय संस्कृति को लेकर नई जागरूकता और उत्सुकता का माहौल है। विशेषकर यूरोप और उत्तर अमेरिका में युवा वर्ग केवल योग और ध्यान को शारीरिक व्यायाम के रूप में नहीं देख रहा, बल्कि इसे एक समग्र जीवनशैली के रूप में अपना रहा है। वे संतुलित आहार, संयमित व्यवहार और प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने को भारतीय जीवन दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा मानते हैं।

डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भौतिकतावादी जीवनशैली से उत्पन्न तनाव और अकेलापन विदेशों के युवाओं में गहराई से महसूस किया जा रहा है। ऐसे में भारतीय परंपरा में निहित आध्यात्मिकता, ध्यान और आत्मिक शांति का मार्ग उन्हें भीतर से मजबूत बनाने में सहायक हो रहा है।

उन्होंने बताया कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय भारत सहित अनेक देशों में सेमिनार, योग शिविर और यज्ञीय आयोजनों के माध्यम से भारतीय मूल्यों को आगे बढ़ा रहा है। इससे विदेशी युवाओं को न केवल भारत की प्राचीन परंपराओं से परिचित कराया जा रहा है, बल्कि उन्हें आत्मविकास और मानसिक संतुलन का मार्ग भी दिखाया जा रहा है।

2026 में वंदनीया भगवती देवी शर्मा जी की जन्मशताब्दी के उपलक्ष्य में भारत और विदेशों में “ज्योति कलश यात्रा” निकाली जा रही है। डॉ. पण्ड्या ने बताया कि शिकागो, कनाडा और विनिपेग जैसे शहरों में इस यात्रा में स्थानीय युवाओं की विशेष भागीदारी रही।

अपने विचार साझा करते हुए डॉ. पण्ड्या ने कहा कि भारतीय संस्कृति का वैश्वीकरण कोई नया विषय नहीं है, लेकिन अब यह एक संगठित और उद्देश्यपूर्ण आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता विश्व में और अधिक प्रभावशाली रूप से अपनी छाप छोड़ेगी और इसमें भारत की युवा पीढ़ी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।